चार दिन के भीतर पूरा करें एफसीएल का कार्य
डीएम ने जिला निर्वाचन अधिकारी को किया नोडल अधिकारी नियुक्त
रुद्रप्रयाग। जनपद में ईवीएम मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (एफसीएल) का कार्य आठ से 11 अक्टूबर तक पूर्ण किये जाने के आदेश जिला मजिस्टेªेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने दिए। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी ने कार्य के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए है।
ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच के लिए अपर जिला निर्वाचन अधिकारी को नोडल आॅफिसर, प्रधानाचार्य आईटीआई रैंतोली को ईवीएम मशीनों की एफएलसी के दौरान अपने प्रशिक्षण संस्थान से पर्याप्त संख्या में अनुदेशक, स्टाॅफ, अनुसेवक आदि की व्यवस्था के लिए प्रभारी अधिकारी, नोडल आॅफिसर अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को ईवीएम मशीनों की एफएलसी प्रारम्भ होने की तिथि से एफएलसी समाप्त होने की तिथि तक एफएलसी स्थल कोटेश्वर रोड़ स्थित कोषागार भवन में स्वयं उपस्थित होकर अपनी देेख-रेख में एफएलसी कार्य सम्पादित कार्य सम्पादित कराने के साथ ही प्रधानाचार्य आईटीआई से समन्वय स्थापित करते हुए त्रुटिरहित सूचनाएं तैयार करने व उक्त अभिलेख उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं।
इसको लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने तहसीलदार एवं गोदाम इंचार्ज को आठ से 11 अक्टूबर तक ईवीएम मशीनों की एफएलसी कार्य सम्पादित होने तक ईवीएम गोदाम के भवन को ईसीआईएल के इंजीनियर के समय के अनुसार खोलने एवं सील्ड करने के लिए प्रतिदिन उपस्थित रहेंगे। साथ ही पुलिस अधीक्षक इस दौरान पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करेंगे। ईवीएम के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटैक्टर से परीक्षण के लिए तैनात सुरक्षा कार्मिक को प्रवेश पत्रों की जांच उपरान्त ही हाल में प्रवेश करने की अनुमति देंगे। हाॅल के अन्दर कोई भी व्यक्ति मोबाइल फोन, कैमरा, वीडियों कैमरा, पैन ड्राइव तथा इलैक्ट्रोनिक उपकरण आदि लेकर प्रवेश नहीं किया जाएगा। जिसे लेकर समस्त राजनैतिक दल जनपद के जिलाध्यक्ष एवं अधिकृत प्रतिनिधि ईवीएम जांच के दौरान उपस्थित हो सकते हैं।
एफएलसी के दौरान अधिशासी अभियंता विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाये रखंेगे, ताकि एफएलसी का कार्य बिना किसी बाधा के सम्पादित किया जा सके। एफएलसी कार्य प्रारम्भ हाने से समाप्ति तक वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी का कार्य विवेक नेगी द्वारा किया जाएगा। समस्त अधिकारियों को इस निर्देश के साथ कि उन्हें सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन भली-भांति किया जाएगा।