गंगा दशहरा निर्जला एकादशी के एक दिन पहले मनाया जाता है। ऐसा तो मिलेगी 10 पापों से मुक्ति
हरिद्वार : गंगा दशहरा निर्जला एकादशी के एक दिन पहले मनाया जाता है। इस बार यह 22 जून यानी आज मनाया जा रहा है। वहीं गंगा दशहरे के मौके पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद दान पुण्य किया। गंगा घाटों पर श्राद्ध तर्पण संपन्न कराए गए। सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्कता बरते हुए है। शुक्रवार की सुबह यहां गंगा घाट हर हर गंगे के जयघोष से गूंजते रहे। दिन के चढ़ने के साथ ही गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती गई।
गंगा दशहरा ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन दान करने से 10 पापों से मुक्ति मिलती है। यह दान करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।गंगा दशहरा के दिन किसी भी नदी में स्नान करके दान और तर्पण करने से दस पाप दूर होते हैं। इन दस पापों के हरण होने से ही इस तिथि का नाम गंगा दशहरा पड़ा है।
गंगा दशहरा के दिन दान का विशेष महत्त्व है। इस दिन दान में सत्तू, मटका और हाथ का पंखा देने से सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं।इस दिन जिस भी वस्तु का दान किया जाए उसकी संख्या दस होनी चाहिए। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।