जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिला और उसके नवजात शिशु की मौत के मामले में निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग
रुद्रप्रयाग। जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिला और उसके नवजात शिशु की मौत के मामले में मेडिकल बोर्ड ने अपनी जाँच में आरोपी महिला चिकित्सकों को क्लीन चिट दे दी है। मेडिकल बोर्ड ने आरोपी डॉक्टरों की किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया है। जन अधिकार मंच मेडिकल बोर्ड के इस फैसले की कड़ी निंदा करता है।
मेडिकल बोर्ड की जाँच से मंच संतुष्ट नहीं है। बोर्ड अपने चिकित्सकों को बचा रही है। जबकि मजिस्ट्रेटी जाँच में यह साफ हो गया था कि चिकित्सकों की लापरवाही से महिला और उसके बच्चे की जान गई है। इसके बाद जिलाधिकारी ने चिकित्सकों के ख़िलाफ एफआईआर के आदेश दिए थे। डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार और मेडिकल बोर्ड से जाँच कराने पर जिलाधिकारी ने एफआईआर वापस ली।
इस मामले में बुधवार को जन अधिकार मंच की टीम जिलाधिकारी से मुलाकात करेगी और इस मामले की स्वतंत्र एजेंसी से उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच की माँग की जाएगी। एक हफ्ते के अंदर न्यायिक जाँच शुरू न होने पर जन अधिकार मंच जिला चिकित्सालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करेगा।