नगर में हो रही दूषित पानी की आपूर्ति आम जनता हो रही परेशान
रुद्रप्रयाग। पहली ही बरसात में रुद्रप्रयाग शहर में दूषित पानी की आपूर्ति होने लग गई है। नगर क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति होने से जल संस्थान द्वारा 80 लाख की लागत से लगाया गया फिल्टरेशन प्लांट एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। गुरूवार रात्रि से नगर में दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। जनता को मजबूर होकर यही पानी पीना पड़ रहा है।
पहली ही बरसात में नगर क्षेत्र में पुनाड़ गदेरे से सप्लाई होने वाली पेयजल योजना पर दूषित पानी की आपूर्ति शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय की जनता दूषित पानी पीने को मजबूर हो गई है। गुरूवार रात को रुद्रप्रयाग में जमकर बारिश हुई। जिस कारण पेयजल लाइन पर दूषित पानी चलना शुरू हो गया है। नगर क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति को रोकने के लिये जल संस्थान ने पूर्व में पेयजल योजना के स्त्रोत पर लगभग 80 लाख रूपये की लागत से फिल्टरेशन प्लांट लगाया था, लेकिन यह जल संस्थान का यह फिल्टरेशन प्लांट भी काम नहीं कर रहा है।
पूर्व में जिलाधिकारी ने भी पेयजल योजना के स्त्रोत का निरीक्षण कर जल संस्थान विभाग को टैंक और प्लांट की सफाई करने के निर्देश दिये थे। साथ ही एक कर्मचारी को स्त्रोत, टैंक और प्लांट की देखभाल करने लिये तैनात रखने को कहा था, लेकिन विभाग की ओर से इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिस कारण बारिश होते ही नगर क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। कुछ दिनों पूर्व तो पेयजल लाइन से पानी में कीड़े भी बहकर आये थे। जिसकी शिकायत जल संस्थान से की गई, लेकिन विभाग ने कुछ कार्यवाही नहीं की। नगर में हो रही दूषित पानी की आपूर्ति से आम जनता परेशान है। जनता को दूषित पानी पीने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है। शिकायत करने के बावजूद भी जल संस्थान द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।