यूथ फ़ाउंडेशन के संस्थापक कर्नल कोठियाल ने नेहा की बहादुरी को किया सलाम
देहरादून। यूथ फाउंडेशन के सेना भर्ती पूर्व प्रशिक्षण चयन प्रक्रिया में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए एक जाँबाज़ की बेटी भी पहुँची है। उनकी बेटी फ़ौज में भर्ती होकर अपने पिता के क़ातिलों से बदला लेना चाहती है।
देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर में भर्ती पूर्व प्रक्षिक्षण में पहुंची शहीद नरेंद्र सिंह बिष्ट की 19 वर्षीय बेटी नेहा बिष्ट ने कहा कि वे फ़ौज में भर्ती होना चाहती है। उनके पिता भी आर्मी में थे और दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। वह आतंकवादियों से अपने पिता की मौत का बदला लेगी।
दरअसल, नेहा के पिता एक महीने पहले पाकिस्तान बॉर्डर पर शहीद हो गए थे।वे चार गढ़वाल राइफल में ड्यूटी कर रहे थे। उनका परिवार देहरादून के सेलाकुई में रहता है, उनकी दो बेटियां हैं, नेहा बड़ी बेटी है।
फाउंडेशन के संस्थापक कर्नल अजय कोठियाल ने नेहा के जज़्बे को सलाम करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हमारे भर्ती कैम्प में एक ऐसी जोशीली लड़की भी पहुँची है, जो देश के ख़ातिर सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार है। उन्होंने नेहा को शाबासी देते हुए कहा कि ऐसी वीर युवतियों का फाउंडेशन स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ की लड़कियों लड़कों से कम नहीं है। उन्हें सही मार्गदर्शन देने की ज़रूरत है।
आपको बता दें कि कर्नल अजय कोठियाल भी चार गढ़वाल राइफल से हैं, शहीद नरेंद्र उनके साथ कई ऑपेरशन में रहे थे।