उत्तराखंड

राजमार्ग की हालत खस्ता, यात्री परेशान

तीन घंटे नौलापानी में बंद रहा केदारनाथ हाईवे
यात्रा को लेकर प्रशासन की संजीदगी दिखी सामने, जगह-जगह मौत को दावत दे रहा राजमार्ग
रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है, लेकिन राजमार्ग की हालत खस्ता होने से यात्रियों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। शुक्रवार की शाम केदारनाथ हाईवे नौलापानी और फाटा में बंद हो गया, जिसे खोलने में करीब तीन घंटे का समय लग गया। चारधाम यात्रा के मुख्य मार्ग बद्रीनाथ की भी स्थिति किसी से छिपी नहीं है। सिरोबगड़ और घोलतीर में राजमार्ग जनता के लिए नासूर बना है और केदारनाथ राजमार्ग जगह-जगह मौत को दावत दे रहा है। ऐसे में समझा जा सकता है कि यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर कितनी संजीदगी दिखाई गई है।
कहते हैं जब आगाज अच्छा हो तो अंजाम भी अच्छा ही होता है, मगर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यात्रा मिल सकेगी। रुद्रप्रयाग जनपद चारधाम यात्रा का केन्द्र बिंदु है और यहां यात्रा के मुख्य मार्ग बद्रीनाथ हाइवे और केदारनाथ हाइवे पर जगह-जगह खतरा मंडरा रहा है। जहां दर्जनों जगह स्लाइडिंग का खतरा बना हुआ है, वहीं निर्माण इकाई एनएच डिवीजन की घटिया कार्यप्रणाली के चलते डामर बिछाते ही उखडने लगा है। ये डामर अभी कुछ दिन पहले ही बिछाया गया है। ऐसे में सरकार और प्रशासन के सुरक्षित यात्रा के दावों की पोल खुलकर सामने आ गई है, जबकि शुक्रवार की शाम केदारनाथ राजमार्ग के नौलापानी में करीब साढ़े छः बजे बंद होने के बाद एनएच डिवीजन को राजमार्ग खोलने तीन घंटे का समय लग गया, जबकि फाटा के डोलिया देवी मंदिर के पास राजमार्ग आये दिन बंद हो रहा है। ऐसे में तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

केदारनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर यात्रा से जुडे स्थानीय लोग भी खासे नाराज हैं। खासकर यात्रा मार्ग की बदहाल हालत को लेकर जनता परेशान है। बद्रीनाथ और केदारनाथ हाइवे पर एक दर्जन से अधिक जगह स्लाइडिंग का खतरा बना हुआ है और हल्की बारिश होते ही सड़क पर भारी मलबा आ रहा है, जिससे कईं घण्टों तक मार्ग बाधित हो रहा है। सिरोबगड़ से रुद्रप्रयाग और रुद्रप्रयाग से गौचर के बीच कईं जगहों पर मार्ग जानलेवा है। इसके अलावा अभी कुछ दिन पहले रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक यात्रा मार्ग पर निर्माण इकाई एनएच द्वारा डामरीकरण का काम किया गया है, लेकिन वह बिछाते ही उखड़ गया है। स्थानीय लोगों की माने तो एनएच डिवीजन का कार्य घटिया है। कांग्रेस प्रवक्ता अशोक चैधरी, सभासद देवेन्द्र कप्रवाण, खुशहाल सिंह रावत, मान सिंह जगवाण ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग बद्रीनाथ एवं केदारनाथ की स्थिति बदतर बनी हुई है। आपदा के पांच साल बाद भी हाईवे की हालत सुधर नहीं पाई है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन के दावों की पोल खुल गई है। यात्रा को लेकर पहले ही अगर तैयारियां की जाती तो आज स्थिति अच्छी होती।

भले ही सरकार और प्रशासन इस बार चारधाम यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित होने के दावे कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत किसी से छिपी नहीं हैं। ऐसे में यात्रा तभी सुरक्षित हो सकती थी, जब इन तमाम खामियों को दूर करने के लिए सरकार कोई ठोस कदम उठाती।

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