उत्तराखंड

पहाड़ की संस्कृति से रूबरू होंगे पर्यटक: मंगेश

रोहित डिमरी

विकास भवन सभागार में होटल, लाॅज व्यवसायियों की बैठक
रुद्रप्रयाग। 29 अप्रैल से प्रारम्भ होने वाली यात्रा में पर्यटकों को उत्तराखण्ड की संस्कृति, सभ्यता, पारम्परिक व्यजंन, पाण्डव, बग्ड़वाल नृत्य आदि से पर्यटकों को रूबरू कराया जाएगा। इस संबंध में विकास भवन सभागार में जनपद के समस्त होटल, लाॅज व्यवसायियों के साथ बैठक आयोजित की गई।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश नौटियाल ने कहा कि देश-विदेश से केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालु आते है। यात्रियों को बेहतर सुविधायें देने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना। यात्रियों से लिए जाने वाले शुल्क के अनुसार ही सुविधाओं का भी ध्यान रखना होगा। इसके लिए रिसेप्शनिस्ट का मृदु व्यवहारी होना आवश्यक है। इससे यात्रा में भी इजाफा होगा, साथ ही बेहतर संदेश देश विदेश में पहुंचेगा। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी होटल स्वामियों को रिसेप्शन में रेट लिस्ट, सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से रिसेप्शन कक्ष में लगाने के निर्देश दिए। कहा कि होटल की चैकिंग के लिए संयुक्त समिति गठित की जाएगी जो नियमित रूप से चैकिंग करेगी। इसके साथ ही यात्रियों का स्थानीय उत्पाद माल्टा, बुरास, आंवले से निर्मित वेलकम ड्रिंक से स्वागत किया जाएगा। पाण्डव नृत्य, ढोल सागर व इत्यादि पारम्परिक शैली से पर्यटको को रूबरू कराने के लिए सचिन, सम्राट, मोनिका, घुघुती, चारधाम कैम्प, ज्वालपा व अन्य बडे होटल ने सहमति दी। छोटे होटल जिनके पास स्थान की कमी है उनके द्वारा मिलकर किसी विशेष स्थान पर नृत्य, ढोल सागर का आयोजन किया जाएगा। पर्यटको के लिए होटल में स्थानीय उत्पाद का एक आउटलेट भी खोला जाएगा जहा स्थानीय उत्पादों की बिक्री की जाएगी।

होटलों में काॅनटिनेंटल, चाइनीज के साथ ही पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जाएगे।इसके लिए जिलाधिकारी ने कहा कि बायरसैलर मीट शीघ्र की जाएगी जिससे होटल व्यवसायियों को जानकारी रहे कि कहां से स्थानीय उत्पाद मिलेंगे। इससे पर्यटक जहां पहाड़ के व्यजनों का लुत्फ उठायेंगे वहीं स्थानीय लोगों की आय में वृद्धि होगी। पहाड के लोग जो मैदानो में पलायन कर रहे वे खेतो की ओर वापिस भी आएगें। जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि जनपद में लगभग 220 होटल हैं जिनमें से 170 व्यवसायियों ने आनॅलाइन पंजीकरण के लिए आवेदन किया था उनमें से 98 होटल संचालको को प्रमाणपत्र निर्गत किये जा चुके है। 72 संचालकों द्वारा औपचारिकता पूर्ण न करने के कारण आॅलाइन पंजीकरण नहीं हो पाया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी, अधिशासी अधिकारी डीएस राणा, जिला पूति अधिकारी के एस कोहली सहित होटल के स्वामी, प्रबंधक उपस्थित थे।

बैठक आज
रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ यात्रा के सफल संचालन के लिए यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोडे़-खच्चर स्वामियों, हाॅकरों की समस्याओं के समाधान व विभिन्न पडावों से श्री यात्रियों को ले जाने एवं वापसी संबंधी किराये दर निर्धारण के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में दिनांक 12 अप्रैल को प्रातः ग्यारह बजे सोनप्रयाग में बैठक आहूत की गई है। जानकारी देते हुए सीवीओ डाॅ रमेश सिंह नितवाल ने नियत तिथि, समय, स्थान में समस्त घोडे खच्च्र स्वामियों, हाॅकरो से बैठक में प्रतिभाग करने का अनुरोध किया है।

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