टिड्डी दल से बचने के लिए करें उपाय…
बचाव को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता..
रुद्रप्रयाग। टिड्डी दल के राज्य में प्रवेश करने की संभावना और इनसे बचाव को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है। इसके लिए जनपद के कृषि अधिकारी ने किसानों से सचेत रहने की अपील की है। साथ ही टिड्डी दल से बचाव की भी जानकारी साझा की है।
मुख्य कृषि अधिकारी एसएस वर्मा ने बताया कि टिड्डी दल उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जनपद में प्रवेश कर चुका है। इसके उत्तराखंड राज्य में पहुंचने की संभावना भी बढ़ गई है। इसलिए कुछ उपाय कर टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी टिड्डी दल का प्रकोप नजर आए तो खेत के बीच या किनारे आग लगा कर धुंआ करें। ऐसा सुबह या फिर श्याम के समय करें। खेतों में खड़ी और पकी फसल होने पर कम से कम पांच से दस मीटर की दूरी पर आग जलांए, जिससे फसल को नुकसान न पहुंचे। इस आग की राख का उपयोग खेतों में करें। आग के धुंए से टिड्डियां भाग जाती हैं। किसी पुराने कनस्तर अथवा बर्तन को डंडे की सहायता से बजाने पर भी इन्हें भगाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि जैविक उपचार के माध्यम से भी फसलों को बचाया जा सकता है। इसके लिए नीम का तेल 0.15 प्रतिशत को 4-5 मिली प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर छिड़काव करें।