सात किलो अफीम के साथ तीन गिरफ्तार..
उत्तराखंड : एसटीएफ की टीम ने लगभग सात किलोग्राम अफीम के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों लोग मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं। आरोपी यह अफीम नेपाल से सस्ते दामों पर खरीदकर लाते थे और उत्तर प्रदेश के रास्ते आकर देहरादून में बेचते थे।
डीआईजी एसटीएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि कार्रवाई क्लेमेंटटाउन थाना क्षेत्र में की गई है। एसटीएफ को काफी दिनों से एक मारीच नाम के तस्कर के बारे में सूचनाएं मिल रही थीं। इसकी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी।
सोमवार देर शाम सूचना मिली कि मारीच व उसके दो साथी किसी नशीले पदार्थ को लेकर जा रहे हैं। इस सूचना पर क्लेमेंटटाउन से सटे जंगल में छापा मारा। यहां से मारीच तमांग, महेश कुला मल्ल और नरेश जंगमंगल को पकड़ा गया।
इनमें से मारीच के पास से तीन किलो, महेश के पास से दो किलो और नरेश के पास से एक किलो 790 ग्राम अफीम बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नेपाल में अफीम बेहद कम दामों में मिल जाती है। देहरादून और इसके आसपास इसके बहुत ज्यादा दाम मिलते हैं। ऐसे में यह अफीम वे नेपाल से लाकर यहां पर बेचते थे। डीआईजी ने बताया कि अफीम तस्करों का बहुत बड़ा गैंग हो सकता है।
मिर्जापुर सीरीज के ‘कालीन भैया’ जैसे बदला काम का तरीका..
इनका सरगना मारीच तमांग है। वह काफी समय से अफीम की तस्करी नेपाल से करता था। मारीच की पत्नी भी तस्करी में लिप्त थी, लेकिन वर्तमान में वह फरार है। बॉर्डर पर सख्ती बढ़ जाने के कारण यह काम मुश्किल हो गया है।
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2018 में आई वेब सीरीज मिर्जापुर में अफीम के धंधे को देखकर इन्होंने भी कालीन भैया वाले किरदार जैसा तरीका अपना लिया। मारीच व उसके दोस्त नेपाल से एकाध बैग कपड़ों का लाते थे। इन कपड़ों को वे बेचने के लिए कहकर लाते थे। इन्हीं में छुपाकर अफीम भी भारत में नेपाल बॉर्डर से पार कराई जाती थी।