रुद्रप्रयाग विधानसभा में इस बार होगा त्रिकोणीय मुकाबला..
भाजपा और कांग्रेस नेताओं को टिकट बंटवारे का इंतजार..
आचार संहिता लगते ही जनता की नजरों से ओझल हुये नेता जी..
रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस नेताओं की उम्मीदें अब टिकट बंटवारे पर लगी हुई है। फिलहाल टिकट के दावेदार देहरादून में हैं। अभी तक टिकट फाइनल न होने के कारण नेताओं की ओर से चुनावी गतिविधियां शून्य हैं। जबकि आम आदमी के बीच चुनावी चर्चाएं तेज हैं। इन दिनों शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक ठंड के मौसम में चुनावी चर्चाओं ने गर्मी पैदा कर दी है। जनता के भी चुनाव को लेकर अलग-अलग मत हैं। पहली बार रुद्रप्रयाग विधानसभा में जनता के मुंह में भाजपा-कांग्रेस के अलावा उत्तराखंड क्रांति दल का भी नाम है। वहीं भाजपा-कांग्रेस से असन्तुष्ट दावेदार पर आम आदमी पार्टी की नजर है।
रुद्रप्रयाग भाजपा से विधायक के उम्मीदवारों की लंबी कतार है और संभावित उम्मीदवार अब टिकट बंटवारे का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा से टिकट के दावेदारों की सांसे इन दिनों लटकी हुई हैं। टिकट की दावेदारी करने वाले अधिकांश प्रत्याशी इन दिनों देहरादून में हैं और शीर्ष नेताओं की गणेश परिक्रमा करने में लगे हुये हैं। भाजपा से विधायक भरत सिंह चैधरी, पूर्व राज्यमंत्री वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कमलेश उनियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवान, वीर सिंह रावत, जिला महामंत्री विक्रम कंडारी, आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं, अजय सेमवाल आदि ने अपनी दावेदारी की है। यह बात भी अलग है कि हरेक दावेदार अपना टिकट पक्का बता रहा है। अभी टिकट बंटने में कुछ दिन का समय शेष है, लेकिन अब जनता के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। जनता का यह भी कहना है कि कई उम्मीदवार ऐसे हैं, जो मात्र एक दो माह पहले ही यहां पहुंचे हैं और सीधे चुनावी प्रचार कर रहे हैं।
रुद्रप्रयाग विधानसभा में इस बार लड़ाई भाजपा-कांग्रेस के बीच नहीं होगी। यहां उत्तराखण्ड क्रांतिदल से युवा नेता मोहित डिमरी भी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर रहे हैं। हालांकि अभी मोहित डिमरी का भी उक्रांद से टिकट नहीं हुआ है, लेकिन उनका टिकट पक्का माना जा रहा है। यदि उत्तराखण्ड क्रांति दल मोहित डिमरी को टिकट देती है तो रुद्रप्रयाग विधानसभा में मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा। मोहित डिमरी विगत पांच सालों से जनता के बीच हैं और जनता की समस्याओं का हर स्तर से निराकरण करने में भी सफल रहे हैं। जनता के मन में भी यही सवाल है कि 3 बार भाजपा और एक बार कांग्रेस को मौका दिया गया, मगर आज तक रुद्रप्रयाग विधानसभा का विकास नही हो पाया है। ऐसे में जनता का मन यूकेडी की ओर जा रहा है। वहीं कांग्रेस से पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा, ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट, अंकुर रौथाण, लक्ष्मण रावत टिकट की दौड़ में हैं। बहरहाल, जनता की नजर भाजपा और कांग्रेस के टिकट पर है। कुछ दिनों पूर्व तक जनता के बीच पहुंचने वाले उम्मीदवार जनता की नजरों से इन दिनों औझल बने हुये हैं। सभी नेता टिकट पाने के लिये शीर्ष नेताओं की परिक्रमा कर रहे हैं। हालांकि जनता के मन में भाजपा को लेकर यह भी प्रश्न है कि सिटिंग विधायक होने के बावजूद भी इतने कार्यकर्ता दावेदारी कैसे कर रहे हैं।