देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में बुधवार को सचिवालय में टाटा ग्रुप के साथ राज्य सरकार का ज्वाइंट डिक्लेरेशन साइन किया गया। राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव एस.रामास्वामी एवं टाटा ग्रुप की ओर से सीओओ शवी.रामास्वामी ने हस्ताक्षर किये।
टाटा द्वारा राज्य में संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ सहभागिता करते हुए प्रदेश के 5 जिलों में आगामी 5 वर्षों में 12,500 परिवारों की वार्षिक आय को एक लाख रुपए से अधिक किए जाने का प्रयास किया जाएगा। टाटा द्वारा अपनी महत्वाकांक्षी कौशल विकास के लिए पहल ’स्ट्राइक’ के अंतर्गत कुमाऊ में पिथौरागढ़ एवं गढ़वाल में चमोली जिले में कौशल विकास केंद्र स्थापित करते हुए युवाओं को हॉस्पिटैलिटी, हेल्थ केयर, ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में रोजगारपरक प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के साथ ही 21वीं सदी के अनुसार शहरी क्षेत्रों के अनुरूप जीवन कौशल का भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिससे युवाओं को स्थाई आजीविका प्राप्त करने में सहयोग प्राप्त हो सके।
टाटा द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से पूर्ण विकसित कैंसर केयर केंद्र स्थापित किया जाएगा। जो कि राज्य के जनमानस को समर्पित होगा। ग्रामीण क्षेत्र को डिजिटल विलेज में परिवर्तित करने का लक्ष्य है। इसके अंतर्गत ग्रामीण को नगदी डेबिट/क्रेडिट कार्ड आदि रखने की आवश्यकता नहीं होगी। सभी लेन-देन आधार से जुड़े बैंक खाते के माध्यम से किए जा सकेंगे। टाटा द्वारा ओपन इगनाइट योजना के अंतर्गत प्रदेश में विज्ञान के छात्रों को सॉफ्टवेयर स्किल्स में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिससे इन छात्रों को सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें।