मिलिए ‘मी उत्तराखंडी छौं, मेरो पहाड़ फ्रेम’ के क्रीएटर से महज 2 दिन में ही जुडे 40 हजार उत्तराखंडी संजय चौहान महज...
नवल ख़ाली भरतु ने बचपन में बहुत खैरी (परेशानियाँ) खाई थी। पिता बेरोजगार थे, माँ ग्रहणी, दोनों ने घी, दूध, घास, न्यार...