अषाड़ की रोपणी ! पहाड़ के लोकजीवन और लोकसंस्कृति की सौंधी खुशबु। रोपणी से विदा होते कुमाऊँ के ‘हुडका बौल’ संजय चौहान!...
संजय चौहान। बागेश्वर : बेहतर भविष्य और मूलभूत सुविधाओं के आभाव में उत्तराखंड के हिमालय के समीप बसे गाँव धीरे धीरे खाली...