केदारनाथ : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की केदारनाथ विधानसभा सीट पर चुनाव हमेशा रोचक रहा है. केदारनाथ विधानसभा सीट का नाम केदारनाथ 11वें ज्योतिर्लिंग के तौर पर प्रसिद्ध भगवान केदारनाथ के नाम पर है. इस सीट का सीमांकन तो कई बार बदला, लेकिन वोटरों के मिजाज में यहां ज्यादा बदलाव पहले देखने को नहीं मिला और राष्ट्रीय पार्टियों को ज्यादा महत्व दिया गया, इस बार केदारनाथ सीट पर कुछ और ही देखने को मिल रहा हैं इस बार केदारघाटी में केदारनाथ विधानसभा प्रत्याशी सुमंत तिवारी को भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य कई सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा हैं यहां के वोटरों ने भी पार्टी से अधिक व्यक्ति को महत्व देने का ठाना है
केदारनाथ विधानसभा से चुनावी समीकरण में भी बड़ा उलटफेर होने की संभावना बनी हुई हैं। जैसे जैसे चुनाव अंतिम चरणों में पहुंच रहा हैं। वैसे वैसे केदारनाथ विधानसभा प्रत्याशी सुमंत तिवारी को समर्थन देने वालों का ताँता लग रहा हैं। बता दे कि तिवारी को कुछ दिन पूर्व ही भाजपा, कांग्रेस और कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने समर्थकों के साथ समर्थन दिया था , और इसी क्रम में आज पूर्व जिला पंचायत सदस्य केशव तिवारी, रजुली देवी, योगम्बर नेगी और वर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक रावत जलई सूरसाल, सुनील शुक्ला फेगू, लक्ष्मण राणा गडगू, रंजू देवी देवली भणिग्राम, यशवंत झिंक्वाण बस्टी, दुर्गेश बाजपेई लमगौण्डी, जसदेई देवी परकण्डी सहित अन्य कई लोगों ने भी अपना समर्थन सुमंत तिवारी को दिया हैं।
ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि मतदान तक केदारनाथ सीट के चुनावी समीकरण क्या बनेंगे, केदारनाथ सीट अपने आप में हॉटसीट बनी हुई हैं, फिलहाल यहां दिन प्रतिदिन मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा हैं। एक ओर जहां इस समय राष्ट्रीय दलों को अन्य कई प्रत्याशी बड़ी चुनौती दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय दलों के समीकरण को बिगाड़ रही हैं।
सभी प्रत्यशियों ने भी पूरी एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ हैं अब देखना दिलचस्प होगा कि अंतिम समय तक अपनी स्थिति को कौन मजबूती से जनता के बीच बनाए रखता हैं, बरहाल सुमंत तिवारी एक युवा चेहरा होने के नाते जनता उन पर भरोसा जताती नजर आ रही हैं ,कुल मिलाकर केदारनाथ विधानसभा सीट पर वर्तमान आंकड़ों पर गौर करें तो मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है जिसमे अब तक सुमंत तिवारी सबसे आगे मानें जा रहे हैं।