पीजी काॅलेज अगस्त्यमुनि और राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में छात्र संघ चुनाव शांतिपूर्ण संपंन
अगस्त्यमुनि में जय हो के हार्दिक बत्र्वाल एवं रुद्रप्रयाग में अभाविप के शुभम सेमवाल बने अध्यक्ष
रुद्रप्रयाग। राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का दबदबा रहा। वहीं पीजी काॅलेज अगस्त्यमुनि में जय हो छात्र संगठन ने बाजी मारी। जीते प्रत्याशियों के समर्थकों ने अपने-अपने क्षेत्रों में रैली निकालकर खुशी का इजहार किया।
राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग और अगस्त्यमुनि में छात्र संघ चुनाव शांतिपूर्ण संपंन हुये। पूर्व में दोनों महाविद्यालयों में जोरदार हंगामे के कारण छात्र संघ चुनाव निरस्त हो गये थे, जिसके बाद दोबारा से प्रत्याशियों ने नामांकन करवाया। राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में अभाविप के प्रत्याशी शुभम सेमवाल की एकतरफा जीत हुई है।
जय हो की प्रत्याशी साक्षी पंवार को मात्र 51 वोट पड़े, जबकि शुभम सेमवाल को 104 मत पड़े। उपाध्यक्ष पद पर मनोज सिंह को 72 और रोहित कुमार को 74 वोट पडे। सचिव पद पर प्रवीन कुमार को 101 और प्रियंका को मात्र 46 मत पड़े। इसके अलावा कोषाध्यक्ष पद पर पूनम निर्विरोध चुनी गई। जबकि यूआर पद पर अभाविप की लक्ष्मी को 65, अर्जुन सिंह को 44 और अरविंद सिंह को 40 मत पड़े। प्राचार्य डाॅ विश्वनाथ खाली ने बताया कि महाविद्यालय में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके संपंन हुए।
वहीं पीजी काॅलेज अगस्त्यमुनि में छात्र संघ चुनाव में प्रत्याशियों के बीच जोरदार टक्कर हुई। जय हो के हार्दिक बत्र्वाल ने अपने प्रतिद्वंदी को 190 मतों से करारी मात दी। अगस्त्यमुनि में छह प्रत्याशी अध्यक्ष पद के लिये उठे थे। जिनमें अजीत सिंह को 12, आशुतोश सिंह को दो, हार्दिक बत्र्वाल को 773, मनीष सिंह 583, मनीष चन्द्र पांच और मनीष रावत को चार मत पड़े। उपाध्यक्ष पद पर जय हो के आशीष चन्द्र को 671 और दूसरे प्रत्याशी मानवेन्द्र को 635 मत पड़े। सचिव पद पर शुभम भटट को 870, महेन्द्र सिंह 332 और सुरेष सिंह को 147 वोट पड़े। सह सचिव पद पर मोहित कुमार 585 और सौरभ सिंह को 654 मत पड़े।
कोषाध्यक्ष पद पर अरविंद गुसाईं को 516 और कैलाश चन्द्र को 716 वोट मिले। विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद पर अजीत सिंह नेगी को 364, अनूप सेमवाल को 840 और विपिन्न सिंह कठैत को 125 मत पड़े। छात्रा प्रतिनिधि पर राधिका जोशी को 578 और संगीता को 778 मत पड़े। जबकि कार्यकारिणी सदस्य निर्विरोध रूप से चुने गये।