सौतेली माँ ने खुखरी से चार घंटे में काटा था बेटी का शव.
उत्तराखंड: देहरादून में सौतेली बेटी की बेरहमी से हत्या करने वाली मां को अदालत ने दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास और 30 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। बेटी को लेकर मीनू कौर के दिल में कितनी नफरत थी, इसका अंदाजा कत्ल को अंजाम देने के तरीके से लगाया जा सकता था।
मीनू कौर ने सौतेली बेटी प्राप्ति सिंह की हत्या छह फरवरी 2018 को कर दी थी। उस समय पुलिस पूछताछ में मीनू कौर ने बताया था कि छह फरवरी की रात उसका प्राप्ति से झगड़ा हो गया था। झगड़ा होने के बाद वह आवेश में आ गई और प्राप्ति के सोने का इंतजार करने लगी। रात करीब डेढ़ बजे उसने सोई हुई प्राप्ति के कनपटी पर ईंट से प्रहार किए, जिससे वह बेहोश हो गई।
इसके बाद उसने खुखरी से उसकी गर्दन काटने की कोशिश की। प्राप्ति की मौत के बाद मीनू शव को बिस्तर से खींचकर बाथरूम में ले गई। उसने खुखरी से शव को दो हिस्सों में काटा और चादर में लपेटकर छिपा दिया। शव के दो टुकड़े करने में उसे करीब सवा चार घंटे का समय लगा। उसकी योजना शव के टुकड़े कर ठिकाने लगाने की थी।
बेटी की हत्या के बाद मीनू कौर ने पुलिस को गुमराह करने के लिए आठ फरवरी 2018 को आईएसबीटी चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालांकि मीनू कौर की इसी चालाकी से हत्या की गुत्थी सुलझ गई थी। पुलिस ने जब प्राप्ति के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि वह तीन दिन से घर से बाहर ही नहीं निकली। इसी बात पर मीनू शक के दायरे में आ गई थी।
मीनू कौर ने तीन दिन तक लाश को घर के बाथरूम में ही छिपाए रखा। वह तीन दिन तक लाश के साथ ही रही और आसपास और बाहर बिल्कुल सामान्य दिखने की कोशिश करती रही।
वहीं, जेल में हत्यारी मां ने जब पुलिस से पूछा कि ‘मैंने बेटी के टुकड़े करके ठीक किया ना’ तो सभी हैरान रह गए। उसने पूछताछ के दौरान बेटी की अनगिनत गलतियों को उजागर कर यह साबित करने का प्रयास किया कि जो भी उसने किया वो ठीक किया।