उत्तराखंड

केदारनाथ में 11 फीट तक जमी बर्फ…

केदारनाथ में 11 फीट तक जमी बर्फ…

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने रुद्रप्रयाग , पौड़ी , चमोली में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है…

उत्तराखंड : रुद्रप्रयाग में रातभर से हो रही रुकरुक कर बारिश हो रही है। केदारनाथ में लगभग 6 फीट तक नई बर्फ गिर चुकी है। यहां पहले से पांच फीट बर्फ मौजूद है। तुंगनाथ में 6 फीट और चोपता में 5 फीट तक बर्फ गिर चुकी है। जनपद के गौंडार, तोषी, चौमासी, चिलौण्ड, जालमल्ला, ब्युखी, त्रियुगीनारायण और गौरीकुंड गांव बर्फ से लकदक हैं।

तुंगनाथ-चोपता में 6-5 फीट तक बर्फ गिर चुकी है। चोपता में बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फबारी में मौज-मस्ती करते नजर आए। यहां सभी जगह ऊंची चोटियां पर्यटकों से गुलजार नजर आई। वहीं कड़ाके की सर्दी के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। बर्फबारी के चलते पूरा क्षेत्र कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है।

जोशीमठ-औली, जोशीमठ-बदरीनाथ-माणा, चमोली-मंडल-ऊखीमठ, घाट-रामणी और कर्णप्रयाग-गैरसैंण मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। जोशीमठ-मलारी हाईवे पर तपोवन से आगे भारी मात्रा में बर्फ जमने से सेना के वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। बदरीनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, गौरसों बुग्याल, औली सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला पूरे दिन जारी रहा।

मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को दिनभर ऐसा ही मौसम रहेगा। बृहस्पतिवार को हल्की राहत के आसार हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल पहाड़ों में बर्फबारी और रात को पाला पड़ने से हाड़ कंपाने वाली ठंड होगी। जबकि मैदानी इलाकों में शीतलहर चलेगी। मौसम विभाग के अनुसार नौ जनवरी को भी कुछ स्थानों पर शीत से तीक्षण दिवस हो सकता है।

केंद्र की ओर से राज्य सरकार को सलाह दी गई है कि आठ जनवरी को अधिक बर्फबारी के कारण दो हजार मीटर या इससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सड़कों के अवरुद्ध होने की आशंका है। बर्फबारी से पर्वतीय क्षेत्र की सड़कों पर फिसलन की स्थिति हो सकती है। यात्रियों और पर्यटकों को सतर्क रहने और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाने की सलाह दी गई है।

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