उत्तराखंड

हंगामे के बाद अब गौचर में धारा 163 लागू..

हंगामे के बाद अब गौचर में धारा 163 लागू..

 

 

उत्तराखंड: बीते दिनों हुए हंगामे के बाद अब गौचर में हालात सामान्य हैं। बाजार खुले हुए हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। प्रशासन मामले में कोई चूक नहीं करना चाहता है। कर्णप्रयाग और गौचर में अभी भी धारा 163 जारी है। शनिवार को बावल के चौथे दिन भी समुदाय विशेष की दुकानें नहीं खुलीं। पुलिस यहां सत्यापन अभियान चला रही है। एसओ डीएस रावत का कहना हैं कि बाहरी लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। पिछले सप्ताह यहां दो व्यापारियों में कहासुनी ने सामप्रयादायिक रंग ले लिया था,, जिसके बाद बाजार में हंगाम हो गया था। भीड़ ने दुकानों में तोड़ फोड़ कर दी थी। सुरक्षा की दृष्टि से बाजार बंद कराए गए थे। साथ ही प्रशासन ने यहां धारा 163 लगा दी थी। इसके बाद युवक की पिटाई मामले में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

स्कूटी पार्किंग करने को लेकर दो युवकों के मध्य विवाद के बाद गाली-गलौज व मारपीट की घटना में कैलाश बिष्ट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मामले में चौकी गौचर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया।इसके बाद पीडि़त की तहरीर के आधार पर कोतवाली कर्णप्रयाग में तत्काल 70-80 लोग एवं अज्ञात महिलाओं के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था।प्रकरण दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए कड़े दिशा-निर्देश दिए गए।

आपको बता दे कि 15 अक्टूबर को गौचर में स्कूटी पार्किंग को लेकर हिंदू और मुस्लिम व्यापारी के बीच विवाद हो गया था।जिसके बाद मामला गरमा गया था। कि इसके बाद बाजार से लेकर पुलिस चौकी तक जमकर हंगामा हुआ। दोनों ओर से तनाव को देखते हुए दुकानों के शटर गिरने लगे, कुछ ही देर में बाजार बंद हो गया। घटना के विरोध में हिंदू संगठनों के लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस चौकी का घेराव भी किया। मुस्लिम व्यापारियों ने उनकी दुकानों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया। सुरक्षा के मद्देनजर गौचर में 10 नवंबर तक धारा 163 लागू कर दी गई है।

 

 

 

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top