रोहित डिमरी
नुक्कड़ नाटकों के जरिये ग्रामीणों को दी जानकारी
दो दिवसीय किसान मेले संपंन
रुद्रप्रयाग। उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास समिति की ओर से एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के अन्तर्गत दो दिवसीय किसान मेले का आज समापन हुआ। अगस्त्यमुनि में खेल मैदान में हुए मेले में ग्रामीण जनता को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराते हुए उन्हें कृषि के नवीन उपकरणों की जानकारी के साथ ही उन्नत बीजों के प्रयोग से अपनी आजीविका बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में जहां पहचान एवं एक्सल ग्रुप के सदस्यों ने नुक्क्ड़ नाटकों से सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया वहीं विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मंच पर आकर अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भरपूर मनोरंजन भी किया।
कार्यक्रम के दूसरे एवं अंतिम दिन जनता को सम्बोधित करते हुए आजीविका सहयोग परियोजना के कार्यक्रम प्रबन्धक एवं राज्य मेला प्रभारी संजय सक्सेना ने कहा कि आयोजन का उद्देश्य प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना संकल्प से सिद्धि हासिल करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ना है, जिसमें सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य कर किसानों को उच्च गुणवत्ता के उत्पाद उत्पन्न कराने की दिशा में आगे बढ़ाना है जिससे उनकी आजीविका बढ़ सके। परियोजना जनपद रुद्रप्रयाग में आयोजित यह मेला अपने उद्देश्यों में सफल रहा है। कहा कि मेले की सफलता से उत्साहित परियोजना के अधिकारी इसे वर्ष में दो बार आयोजित करने का विचार कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए यहां की परियोजना से जुड़े सदस्य एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया। परियोजना के नोडल आधिकारी डाॅ केके मिश्रा ने कहा कि दो दिवसीय इस मेले में 24 से अधिक स्वयं सहायता समूहो ंने अपने स्टाल लगाकर अपने उत्पादों की बिक्री की। जिसमें न केवल स्थानीय उत्पाद थे बल्कि हाथ से बनी कण्डिया एवं जूट बेग भी हैं। मेले में न केवल सरकारी योजनाओ ंकी जानकारी दी गई बल्कि विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जनता का मनोरंजन भी किया गया,े जिसमें स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया जो कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में परियोजना का लक्ष्य भी है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलायें उपस्थित थीं।