केदारनाथ। इस बार भी प्रधानमंत्री के सारथी की भूमिका में हवलदार और निम के केदारनाथ इंचार्ज देवेंद्र सिंह बिष्ट होंगे। कपाट खुलने के मौक़े पर भी श्री बिष्ट प्रधानमंत्री को एटीवी (ऑल टैरेन व्हिकल) के ज़रिए हेलीपैड से मंदिर परिसर में लाए थे और इस बार भी उन्ही को यह जिम्मेदारी सौंपी है।आज एसपीजी ने श्री बिष्ट के साथ एटीवी (ऑल टैरेन व्हिकल) का ट्रायल भी लिया।
पीएम मोदी बीस अक्टूबर को दस बजे के करीब केदारनाथ मंदिर के पीछे बने हेलीपेड में लैंडिंग करेंगे, जिसके बाद एटीवी (आॅल ट्रैवल व्हिकल से केदारनाथ मंदिर पहुंचेंगे। एटीवी वाहन के चालक एवं निम कर्मचारी देवेन्द्र सिंह प्रधानमंत्री मोदी को हेलीपैड से मंदिर परिसर तक लाएँगे। इससे पूर्व वह राष्ट्रपति रामनाथ लविंग को भी एटीवी से मंदिर परिसर पहुँचा चुके हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी एटीवी से केदारपुरी का सौंदर्य दिखा चुके हैं।
श्री बिष्ट ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री का सारथी बनने का सौभाग्य मिला है। यह उनके लिए यादगार पल है। पिछली बार जब वह पीएम को हेलीपैड से मंदिर परिसर तक लाए थे, तो उन्होंने केदारपुरी के बारे में जानकारी ली थी।
बार भी पीएम मोदी के सारथी बनेंगे देवेंद्र बिष्ट
केदारनाथ। इस बार भी प्रधानमंत्री के सारथी की भूमिका में हवलदार और निम के केदारनाथ इंचार्ज देवेंद्र सिंह बिष्ट होंगे। कपाट खुलने के मौक़े पर भी श्री बिष्ट प्रधानमंत्री को एटीवी (ऑल टैरेन व्हिकल) के ज़रिए हेलीपैड से मंदिर परिसर में लाए थे और इस बार भी उन्ही को यह जिम्मेदारी सौंपी है।आज एसपीजी ने श्री बिष्ट के साथ एटीवी (ऑल टैरेन व्हिकल) का ट्रायल भी लिया।
पीएम मोदी बीस अक्टूबर को दस बजे के करीब केदारनाथ मंदिर के पीछे बने हेलीपेड में लैंडिंग करेंगे, जिसके बाद एटीवी (आॅल ट्रैवल व्हिकल से केदारनाथ मंदिर पहुंचेंगे। एटीवी वाहन के चालक एवं निम कर्मचारी देवेन्द्र सिंह प्रधानमंत्री मोदी को हेलीपैड से मंदिर परिसर तक लाएँगे। इससे पूर्व वह राष्ट्रपति रामनाथ लविंग को भी एटीवी से मंदिर परिसर पहुँचा चुके हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी एटीवी से केदारपुरी का सौंदर्य दिखा चुके हैं।
श्री बिष्ट ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री का सारथी बनने का सौभाग्य मिला है। यह उनके लिए यादगार पल है। पिछली बार जब वह पीएम को हेलीपैड से मंदिर परिसर तक लाए थे, तो उन्होंने केदारपुरी के बारे में जानकारी ली थी।
