उत्तराखंड

जीवीके कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश

पपड़ासू में पेयजल संकट के लिए जिम्मेदार है कंपनी
जान जोखिम में डालकर योजना दुरूस्त कऱ रहे हैं युवा
रुद्रप्रयाग !
विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत पपड़ासू में गंभीर पेयजल संकट के लिए जिम्मेदारी श्रीनगर जल विद्युत परियोजना पर निर्माण कर रही कंपनी के खिलाफ जिलाधिकारी ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इस संबंध में ग्राम प्रधान शशि देवी ने जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा था।
दरअसल, ग्राम पंचायत पपड़ासू में द्यूल सेरा पेयजल स्रोत से पानी की सप्लाई होती है। इस योजना का रख-रखाव जल संस्थान के अधीन है। श्रीनगर जल विद्युत परियोजना निर्माण से अलकनंदा में बनी झील के कारण वर्ष 2013 से पेयजल योजना बार-बार क्षतिग्रस्त है। तब से ग्रामीण बारिश या फिर अलकनंदा का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। स्थिति यह है कि पेयजल योजना तक पहुंचने का मार्ग भी पानी में डूब गया है। ऐसे में ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर पेयजल योजना दुरूस्त करनी पड़ती है। कुछ दिन योजना पर पानी चलने के बाद फिर योजना क्षतिग्रस्त हो जाती है। ग्राम प्रधान शशि देवी ने जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल को गांव की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि गांव में पानी का गंभीर संकट है। क्षतिग्रस्त योजना को ठीक करने के लिए गांव के युवाओं को जान हथेली पर रखकर नदी में कूदना पड़ रहा है। भविष्य में किसी के साथ अनहोनी होती है तो इसके लिए जीवीके कंपनी और जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि जीवीके कंपनी हर बार आश्वासन देती है कि कंपनी योजना का निर्माण करेगी, लेकिन आज तक किसी स्तर पर कार्यवाही नहीं हुई।
इस पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर प्रसाद बुडोला को कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। डीएम ने कहा कि परियोजना निर्माण से गांव की पेयजल योजना को नुकसान पहंुचा है। इसकी भरपाई भी कंपनी को करनी होगी।

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