देश/ विदेश

पिताजी पीटेंगे यह सोचकर नाबालिग बेटे ने कर दिया क़त्ल..

पिताजी पीटेंगे यह सोचकर नाबालिग बेटे ने कर दिया क़त्ल..

10वीं का पेपर बिगड़ा तो फेल होने का डर सताने लगा..

 

देश – विदेश : गुना जिले के जामनेर इलाके में 10वीं कक्षा के एक छात्र ने परीक्षा में फेल होने पर पिता की पिटाई के डर से कुल्हाड़ी से उनकी नृशंस हत्या कर दी। हत्या के बाद पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए बेटे ने पड़ोसी पर पिता की हत्या का आरोप लगा दिया।

गुना के जामनेर इलाके में एक 10वीं क्लास के छात्र को डर था कि परीक्षा में फेल होने पर पिता पिटाई करेंगे। यह डर इतना हावी हो गया कि उसने कुल्हाड़ी से अपने पिता की ही हत्या कर दी। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात हुई हत्या में पुलिस जांच में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

15 वर्षीय बेटे को डर था कि परीक्षा में फेल होने पर पिता उसके साथ मारपीट करेंगे। पिता की पिटाई से बचने के लिए नाबालिग ने पिता की हत्या की साजिश रची। कुल्हाड़ी से वार कर पिता को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से बचने और पड़ोसी को पिता की हत्या में फंसाने के लिए भी नाबालिग ने साजिश रची। जिस कुल्हाड़ी का इस्तेमाल उसने पिता की हत्या में किया था, उसमें उसके फिंगरप्रिंट न आएं इसके लिए नाबालिग ने अपनी उंगलियों के पोर जला लिए थे।

पुलिस को गुमराह करने सुनाई कहानी..

नाबालिग ने पुलिस को गुमराह करने के लिए मनगढ़ंत कहानी सुनाई। पिता दुलीचंद्र अहिरवार की हत्या करने के बाद नाबालिग रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा जहां उसने बताया कि शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात उसके पिता घर के एक कमरे में अकेले सो रहे थे। रात करीब 1:30 बजे उसे पिता के कमरे से चिल्लाने की आवाजें आई, जिस पर वह पिता के कमरे में गया और पाया कि उसके पिता खून से लथपथ जमीन पर पड़े हैं। उसने घर की सीढ़ियों पर एक व्यक्ति को कुल्हाड़ी लेकर भागते हुए देखा और उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपी घर की छत से रस्सी के सहारे कूद कर भाग गया। बेटे की रिपोर्ट पर पुलिस ने शक के आधार पर पड़ोसी को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की।

जांच के लिए बनाई दो टीमें..

पड़ोसी को कस्टडी में लेने के बाद एसपी ने दो थानों के टीआई को शामिल कर जांच के लिए दो टीमें बनाई। शक के आधार पर आगे की जांच शुरू की गई। पुलिस को मृतक के बेटे की वारदात वाली रात की कहानी पर संदेह हुआ लिहाजा संदेही से पूछताछ के साथ ही वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी, डॉग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। संदेह के आधार पर पुलिस ने मृतक के घरवालों से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान पुलिस को मृतक के नाबालिग बेटे पर शक हुआ और उसे हिरासत में लेकर पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने पिता की हत्या करने की बात को स्वीकार कर लिया।

पढ़ाई न करने पर डांटता था पिता..

पुलिस पूछताछ में मृतक के बेटे ने बताया कि पिता उसे पढ़ाई न करने की बात पर डांटा करते थे। कुछ दिन पहले उसके पापा ने उससे कहा था कि तू दसवीं की परीक्षा में फेल हो गया तो मारपीट कर तुझे घर से निकाल दूंगा। उसने वार्षिक परीक्षा की तैयारी नहीं की थी और उसे फेल होने का डर सता रहा था। पिता का नाली की बात को लेकर पड़ोस से विवाद चल रहा था। उसने पिता की हत्या की साजिश रची और पड़ोसी वीरेन्द्र अहिरवार को पिता का हत्यारा बता कर फंसा दिया।

 

 

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