केदारनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित होने से प्रभावित हो रही केदारनाथ यात्रा
हाईवे पर भूस्खलन होने से जगह-जगह आ रहा मलबा
केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को झेलनी पड़ रही हैं भारी दिक्कतें
रुद्रप्रयाग। पहाड़ों में बारिश और भूस्खलन का सिलसिला जारी है। बारिश होने के बाद बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर हो रहे भूस्खलन का असर सबसे अधिक बद्रीनाथ, केदारनाथ और हेमकंुड साहिब की यात्रा पर पड़ रहा है। दो दिनों से लगातार रूक-रूक कर बारिश जारी है। जिस कारण बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे जगह-जगह बंद हो रहे हैं। हाईवे बंद होने से यात्रा पर आये तीर्थ यात्रियों के साथ ही स्थानीय जनता की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
मानसून सीजन शुरू होते ही आसमानी आफत आनी शुरू हो गई है। मानसून की बारिश ने शुरूआती दिनों में ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। बारिश के कारण भूस्खलन का दौर जारी है। खासकर बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे को भारी नुकसान पहुंच रहा है। बरसात के कारण दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर जगह-जगह डेंजर जोन उभर कर आये हैं। हलकी बारिश होते ही इन डेंजर जोनों से भूस्खलन हो रहा है। केदारनाथ हाईवे पर बांसबाड़ा, चन्द्रापुरी, नौलापानी, फाटा, मुनकटिया आदि स्थानों पर डेंजर बना हुआ है। जबकि बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ और शिवानंदी में दिक्कतें पैदा कर रहा है।
तीर्थ यात्री और वाहन चालक इन डेंजर जोनों पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।
बारिश और भूस्खलन का असर केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा पर बुरी तरह पड़ रहा है। जहां पिछले दिनों में प्रत्येक दिन 10 से 15 हजार यात्री बाबा केदार की यात्रा पर आ रहे थे। वहीं यात्रियों की संख्या अब एक हजार तक सिमट कर रह गई है। जो यात्री आ भी रहे हैं, वह बरसात में जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। जगह-जग हाईवे बंद होने से तीर्थ यात्रियों को घंटों तक हाईवे खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में सही समय पर यात्री अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। आॅल वेदर रोड़ा का कार्य जनता और चारधाम यात्रा के लिये दिन प्रतिदिन मुसीबत खड़ी कर रहा है। आॅल वेदर रोड़ के कार्य से बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे की पहाड़िया कमजोर हो गई हैं। जहां कभी भूस्खलन नहीं होता था, वहां भी अब कटिंग का कार्य होने से भूस्खलन हो रहा है।
बरसात के कारण केदारनाथ यात्रा के साथ ही आम जन जीवन भी बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। दो दिन की बरसात में ही बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे के साथ ही विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले मोटरमार्ग भी जगह-जगह बंद हो गये हैं। इसके साथ ही अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है। बारिश का यही दौर जारी रहा तो आने वाले दिनों में दिक्कतें ओर अधिक बढ़ जाएंगी।