उत्तराखंड

सूर्य नारायण की पहली किरण से केदारपुरी हुई स्वर्णमय

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से श्रद्धालुओं के चेहरों पर मुस्कान
हरिद्वार सांसद, मंदिर समिति अध्यक्ष भी रहे मौजूद
रुद्रप्रयाग। द्वादश ज्योतिलिंग में अग्रणी, पर्वत राज हिमालय की गोद व पतित पावनी दुःख तारणी मंदाकिनी नदी के तट पर बसे भगवान केदारनाथ के कपाट मेष लग्न में विधि विधान के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये हैं। कपाटोदघाटन के पावन अवसर पर श्रद्वालुओें में भारी उत्साह देखने को मिला। कपाट खुलने के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से व्यापारियों के चेहरों पर मुस्कान देखने को मिली।
शनिवार देर रात तक पहुंचे श्रद्धालुओं ने रात्रि भर जागरण करते हुए बाबा के कपाट खुलने की प्रतिक्षा की। सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु केदार के दर पर आने शुरू हो गये। आपदा के बाद श्रद्धालुओं में पहली बार भगवान केदारनाथ के दर पर मत्था टेकने को लेकर भारी उत्साह देखा गया। ठीक साढ़े पांच बजे राॅवल भीमाशंकर लिंग ने जैकलाई आर्मी की बैंड धुनों के साथ अपने आवास से मंदिर परिसर के लिए प्रस्थान किया। राॅवल भीमाशंकल लिंग के मन्दिर परिसर पहुंचते ही सम्पूर्ण केदारपुरी श्रद्धालुओं की जयकारोे से गंुजायमान हो उठी। ऐसा आभास हो रहा था कि सम्पूर्ण देवलोक केदारनाथ धाम में उतर आया हो। ठीक छः बजे सूर्य नारायण की पहली किरण हिमालय के उच्च शिखर पर चमकते ही सम्पूर्ण केदारपुरी स्वर्णमय हो गयी। ठीक छः बजकर दस मिनट पर राॅवल भीमाशंकर लिंग द्वारा पूरव के दरवाजे से आगामी यात्रा विश्व कल्याण व क्षेत्र की खुशहाली का उदबोदन शुरू होते ही केदारपुरी पुनः जय बाबा केदार के उदघोषों से गुंजायमान हो उठी। सवा छः बजे मेष लग्न में विधि-विधान व पौराणिक परम्पराओं के अनुसार भगवान केदारनाथ के कपाट शीतकाल के खोल दिये गये। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं ने विगत छः माह से जलती अखण्ड ज्योति के दर्शन किये। कपाट बन्द होते समय भगवान केदारनाथ के स्वयंभू लिंग को समाधि दी गई। ब्रह्नम कमल, भृगराज, चन्दन, भस्म व अक्षतों को श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया। कपाटोदघाटन में शिरकत करने पहुंचे राज्यपाल डाॅ केके पाॅल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल एवं हरिद्वार सांसद डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक ने भी पूजा-अर्चना कर भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक किया और मंदिर समिति द्वारा सभी को शाॅल व भृगराज की बनी मालाओं से सम्मानित किया गया।

पूजा-अर्चना के बाद राज्यपाल केके पाॅल ने जनसमुदाय कों संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरा परम सौभाग्य है जो मुझे इस वर्ष कपाट खुलने के अवसर पर पूजा-अर्चना का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों व प्रदेश सरकार की पहल पर केदारपुरी में पुर्ननिर्माण कार्य युद्वस्तर पर जारी हैं। विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि केदारनाथ में जो पुर्ननिर्माण कार्य कियें गये है वह सराहनीय हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद डाॅ रमेश पोखरियाल ने कहा कि केदारपुरी में जो निर्माण कार्य अभी पूरे होने है उनको पूर्ण करने के लिए प्रदेश व केन्द्र सरकार से वार्ता की जायेगी। इस मौके पर मंदिर समिति अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक मनोज रावत, मन्दिर समिति सदस्य श्री निवास पोस्ती, शिव सिंह रावत, केदारनाथ नगर पंचायत अध्यक्ष देव प्रकाश सेमवाल, प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग, गढवाल आयुक्त दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, एस पी प्रलाद ंिसह मीणा, मुख्य कार्यधिकारी बीडी सिंह, कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, सीओ अभय प्रताप सिंह चैकी प्रभारी विपिन चन्द्र पाठक, केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, उमेश चन्द्र पोस्ती, भाजपा जिला महा मंत्री अनुप सेमवाल, देवानन्द गैरोला, केके विष्ट, जीतपाल ंिसह बुटोला, गिरीश देवली, राजकुमार नौटियाल, यदुबीर ंिसह पुष्वान, पुष्कर ंिसह रावत, खुशहाल ंिसह नेगी, अनिल जिरवाण, गिरीश तिवारी, प्रेम ंिसह नेगी, सहित हजारों श्रद्धालु अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

लेजर शो पर जताई आपत्ति
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में पहली बार दिखाये गयेे लेजर शो के प्रति स्थानीय श्रद्धालुओं की किसी प्रकार की रूचि नहीं दिखी। शासन-प्रशासन द्वारा जिस प्रकार सोशल मीडिया में लेजर शो का प्रचार-प्रसार किया गया था उस प्र्रकार केदारनाथ में शनिवार शाम को हुए लेजर शो में किसी भी प्रकार से स्थानीय व देश-विदेश के श्रद्धालुआंे की रूचि देखने को नहीं मिली। लेजर शो दिखाते समय कुछ वर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विज्ञापन पर भारी आपत्ति दर्ज की। परिणाम स्वरूप लेजर शो को बाद में बंद करना पड़ा। हुआ यंू कि शनिवार शाम को लगभग साढ़े सात बजे केदारपुरी में लेजर शो शुरू किया गया तो लगभग पन्द्रह मिनट तक भगवान शंकर की महिमा लेजर शो के माध्यम से दिखाई गयी, मगर जब लेजर शो में प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी का विज्ञापन शुरू हुआ तो केदारनाथ विधायक मनोज रावत व श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने विज्ञापन पर भारी आपत्ति दर्ज की। आपत्ति दर्ज करने से लेजर शो बन्द करना पड़ा।

प्रशासन के दावे हवाई साबित
रुद्रप्रयाग। प्रशासन के इस बार वीआईपी दरवाजे से दर्शन न करवाने के दावे हवाई सावित हुए। कपाटोदघाटन के अवसर पर वीआईपी दरवाजे से दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा और आम श्रद्धालु भगवान शंकर के दर्शन के लिए घंटो लाइन में रहकर इंतजार करता रहा। कपाट खुलने से पूर्व प्रशासन ने दावे किये थे कि इस बार पूरव दरवाजे से दर्शन करने वालो पर अंकुश लगाया जायेगा, जो कि कपाट खुलने के दिन हवाई साबित हुआ। कपाट खुलने के बाद कई श्रद्धालु वीआईपी दरवाजे से दर्शन करते रहे और देश-विदेश से आये श्रद्धालु घंटो लाइन मे लगकर पूजा के लिए अपने बारी का इंतजार करते रहे।

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