दिल्ली में जज बनी उत्तराखंड भाजपा उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल की बहू कात्यायनी शर्मा..
उत्तराखंड: प्रदेश के युवा आज हर क्षेत्र में देवभूमि का नाम रोशन कर रहे हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले उत्तराखंड के युवा न केवल अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि देवभूमि के नाम का परचम भी लहरा रहे हैं। अपनी काबिलियत और मेहनत से उत्तराखंड का युवा वर्ग नए-नए मुकाम हासिल कर रहा है।
खासकर की उत्तराखंड राज्य की बेटियां लगातार हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपना नाम सफल लोगों की सूची में दर्ज करा रही हैं। शिक्षा से लेकर खेल तक, हर जगह लड़कियां जीत का डंका बजा रही हैं। वहीं उत्तराखंड की बेटी कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने दिल्ली न्यायिक सेवा- 2019 की परीक्षा में सामान्य वर्ग से वरीयता सूची में दूसरी रैंक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है।
मूल रूप से पौड़ी जनपद के ग्राम मरड़ा, मवालस्यूं निवासी कात्यायनी के पिता स्व. मदन मोहन सुंदरियाल ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में कार्यरत थे। कात्यायनी की मां कुसुम सुंदरियाल देहरादून में अध्यापिका हैं। अगस्त 1991 में जन्मी कात्यायनी का विवाह वर्ष 2015 में प्रगति विहार ऋषिकेश निवासी प्रांशु शशि कंडवाल से हुआ है। प्रांशु शशि कंडवाल भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल तथा वरिष्ठ चिकित्साधिकारी सेवानिवृत डॉ. शशि कंडवाल के पुत्र हैं।
कात्यायनी शर्मा कंडवाल की प्राथमिक से हाईस्कूल तक की शिक्षा सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल पौड़ी तथा इंटरमीडिएट रिवर डेल स्कूल देहरादून में हुई है। क्लेट क्वालीफाई करने के बाद कात्यायनी ने एनएलआइयू भोपाल से एलएलबी और आइएलआई दिल्ली से एलएलएम की शिक्षा पूरी की। शुक्रवार को जारी हुए दिल्ली न्यायिक सेवा- 2019 की परीक्षा के परिणाम में कात्यायनी ने वरीयता सूची में दूसरा स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने बताया कि आज उनके दिवंगत पिता का सपना पूरा हुआ है। उनकी इस सफलता में मां के मार्गदर्शन के अलावा ससुराल में पति तथा सास-ससुर का बेहतर सहयोग शामिल है।
