चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का लिया जायजा..
उत्तराखंड : लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच उत्तराखंड में भी सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के साथ ही वायुसेना भी मुस्तैद है। सोमवार को वायुसेना के दो विमानों ने सीमा पर तीन बार उड़ान भरी तो मंगलवार को वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर पहुंचा।उत्तराखंड का चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डा भारतीय सेना का अस्थायी कैंप बना हुआ है। मंगलवार को वायुसेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर हवाई अड्डे पहुंचे। इनमें आए वायुसेना के अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
बताया जा रहा है कि अफसरों ने प्रशासन के अधिकारियों के साथ मुलाकात कर बुनियादी सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र की। उत्तरकाशी से तीस किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ में हवाई पट्टी का निर्माण अंतिम चरण में है। इस हवाई पट्टी पर वायुसेना परीक्षण करती रही हैं। उत्तरकाशी जिले की करीब सवा सौ किमी सीमा चीन के साथ लगती है। यहां बॉर्डर की अग्रिम चौकियों पर आईटीबीपी के हिमवीर और सेना के जवान मुस्तैदी के साथ निगरानी कर रहे हैं। सेना के जवान सीमा से सबसे नजदीकी एयर बेस चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे में तैनात हो गए हैं।
चीन सीमा पर चल रही तनातनी के बीच आईटीबीपी के डीजी एसएस देशवाल शनिवार को मुनस्यारी आए थे। इसके बाद उन्होंने रविवार और सोमवार को चीन सीमा के मिलम, दुंग सहित अग्रिम चौकियों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीमा पर सुरक्षा के इंतजामों का जायजा लिया।
जवानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को भी सुना। डीजी मंगलवार को मिलम से हेलीकाप्टर से नैनीसैनी हवाई पट्टी पहुंचे। यहीं पर आईटीबीपी के मिर्थी की सातवीं वाहिनी और जाजरदेवल की चौदहवीं वाहिनी के सेनानियों से बातचीत की। सीमा पर सुरक्षा व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी लेने के बाद हेलीकाप्टर से दिल्ली रवाना हो गए।