बर्फीले तूफान में पंचाचूली पर फंसे 17 पर्वतारोही..
पंचाचूली की चोटियों में चार फुट तक बर्फ..
तीन सदस्य गहरी खाई में गिरे..
पिथौरागढ़ : कुमाऊं मंडल विकास निगम और महिंद्रा एंड महिंद्रा के बैनर तले पंचाचूली चोटी फतह करने निकला 17 सदस्यों का दल बर्फीली तूफान आने से अपने मिशन में नाकाम हो गया। इस दौरान 150 मीटर गहरी खाई में गिरने से तीन सदस्यों की जान पर बन आई। गनीमत यह रही कि कमर में रस्सियां बंधी होने की वजह से सभी बच गए। दल के टीम लीडर माउंट एवरेस्ट विजेता योगेश गर्ब्याल ने बताया कि 18 अक्तूबर को दल धारचूला से पंचाचूली के लिए निकला। 21 अक्तूबर को दल के 10 सदस्यों ने पंचाचूली फतह करने की शुरुआत की और 4200 मीटर की ऊंचाई पर दल ने अपना एडवांस कैंप बनाया।
योगेश ने बताया कि पंचाचूली की पांच चोटियों में दूसरी सबसे ऊंची चोटी (6437 मीटर) को फतह करने का लक्ष्य था। दल के सदस्य जब 5500 मीटर की ऊंचाई पर पहुंचे तो बर्फीला तूफान आ गया। उसकी चपेट में आकर तीन सदस्य करीब 150 मीटर नीचे खाई में गिर गए। कमर में रस्सियां बंधी होने से उनकी जान बच गई। वहां के खराब हालात देख दल को वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगले साल जून में फिर से नए जोश के साथ पंचाचूली फतह करने की कोशिश करेंगे।
टीम लीडर योगेश ने बताया कि दारमा घाटी में नवंबर के दूसरे हफ्ते से बर्फ पड़ती है लेकिन मौसम में अचानक परिवर्तन होने से अक्तूबर के तीसरे हफ्ते में बर्फ पड़ना हैरानी भरा है। बर्फीला तूफान आने से पंचाचूली की चोटियों में करीब 4 फुट तक बर्फ पड़ी है। दल के वापस आने पर दुग्तू और बालिग गांव के लोगों ने उनका स्वागत किया। पांच चोटियों वाली पंचाचूली की चोटियां क्रमश: 6355, 6904, 6312, 6334 और 6437 मीटर ऊंची हैं।