उत्तराखंड

रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड हाईवे पर चल रहा घटिया निर्माण कार्य….

पहली ही बरसात में ध्वस्त हुए करोड़ों की लागत से लगे पुश्ते…

निर्माण एजेंसी ने छोटे ठेकेदारों को पेटी में दिया है कार्य…..

मोटे मुनाफे के चक्कर में किया जा रहा घटिया कार्य…..

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड हाईवे पर करोड़ों की लागत से लगाये गये पुश्तों की पोल खुलने लगी है। पुश्तों में घटिया सामाग्री का प्रयोग होने से हकीकत सामने आने लगी है। विभागीय अभियंताओं और निर्माण एजेंसी की मिलीभगत से राजमार्ग पर घटिया कार्य किया जा रहा है। ऐसे में स्थानीय जनता में निर्माण एजेंसी और विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।

दरअसल, रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड हाईवे पर आॅल वेदर का कार्य चल रहा है और आॅल वेदर का कार्य आरजीबी कंपनी कर रही है। कंपनी की ओर से पुश्तों का निर्माण कार्य छोटे-छोटे ठेकेदारों को दिया गया, जिन्होंने मोटे मुनाफे के चक्कर में निर्माण कार्य में घटिया सामाग्री का प्रयोग किया। जिससे करोड़ों की लागत से लगाये गये ये पुश्ते एक ही बरसात को नहीं झेल पाये और धराशाई हो गए। बता दें कि कुण्ड से गुप्तकाशी के बीच हाईवे वर्ष 2013 की आपदा में ध्वस्त हो गया था, जिससे बार-बार बनाने पर भी कोई फायदा नहीं मिल रहा था, जिस कारण काकड़ागाड़ से नये राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है, जो कई क्षेत्रों से होते हुए गुप्तकाशी मिलेगा। नये राजमार्ग निर्माण में कटिंग के साथ ही पुश्तों का कार्य भी चल रहा है।

इन पुश्तों का कार्य आरजीबी कंपनी की ओर से स्थानीय ठेकेदारों को पेटी में दिया गया है। पेटी ठेकेदारों ने मोटे मुनाफे के चक्कर में पुश्तांे के निर्माण में रेत, बजरी की जगह मिट्टी का प्रयोग किया और आज स्थिति यह है कि करोड़ों के पुश्तों बनने के बाद ही ढहने शुरू हो रहे हैं। हाईवे के कई जगहों पर पुश्ते ध्वस्त हो चुके हैं, जिससे स्थानीय जनता में आक्रोश बना हुआ है। स्थानीय निवासी प्रदीप राणा, भानुप्रकाश भट्ट ने कहा कि काकड़ागाड़ से नये राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है, जबकि जितनी लागत नये मार्ग पर खर्च की जा रही है, उतनी लागत में पुराने मार्ग की स्थिति को सुधारा जा सकता था। सरकार की ओर से पैंसों की बर्बादी की जा रही है। जिस निर्माण एजेंसी को कार्य सौंपा गया है, वह स्वयं कार्य करने के वजाय स्थानीय ठेकेदारों को पेटी पर काम दे रही है, जिससे निर्माण कार्य घटिया हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आॅल वेदर कार्य पर शुरूआत से ऊंगलियां उठ रही हैं। सरकार, शासन-प्रशासन की मिलीभगत से सबकुछ हो रहा है। आरजीबी कंपनी में लगे कर्मचारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्हांेंने कहा कि राजमार्ग पर लगे करोड़ों के पुश्ते पहली ही बरसात को नहीं झेल पा रहे हैं। इससे साफ है कि कार्य में अनियमितताएं बरती जा रही हैं। वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि राजमार्ग पर टूटे पुश्तों की जांच करवाई जायेगी और जांच के बाद विभाग और निर्माण एजेंसी के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

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