27 से कार्य बहिष्कार एवं अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान
रुद्रप्रयाग। दो सूत्रीय मांगों को लेकर वन प्रभाग रुद्रप्रयाग के वन आरक्षी एवं वन बीट अधिकारी संघ का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की जाती, आंदोलन जारी रहेगा।
कहा कि वन दरोगा में तैतीस प्रतिशत सीधी भर्ती के निर्णय के निरस्त करने और वन आरक्षी से वन दरोगा के पदों पर पदोन्नति के लिए दस वर्षों की समय सीमा समाप्त करने को लेकर वन कर्मचारी आंदोलित हैं। पिछले कई समय से वन कर्मचारी शासन स्तर पर अपनी मांग पहुंचा रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आंदोलित कर्मचारियों ने कहा कि 26 मार्च तक मांगों पर अमल न होने की दिशा में धरना जारी रहेगा। इसके बाद 27 मार्च से कार्य बहिष्कार एवं अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा। इस मौके पर दिग्विजय झिंक्वाण, कुलदीप सिंह, विजय थपलियाल, भरत सिंह चैहान, गोविंद सिंह जगवाण, जयदीप टम्टा, दिनेश लाल सहित कई मौजूद थे।
वहीं केदारनाथ वन्य जीव प्रभाव गुप्तकाशी यूनिट के समस्त वन बीट अधिकारी एवं वन आरक्षियों ने दो सूत्रीय मांगों को लेकर रेंज कार्यालय परिसर में दूसरे दिन भी धरना दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार की ओर से उपेक्षा किये जाने पर रोष जताया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संगठन के महामंत्री आशुतोष पुरोहित ने कहा कि वन दरोगा के पद पर 33 फीसद सीधी भर्ती के निर्णय का पुरजोर विरोध किया जायेगा। कहा कि वन आरक्षी से वन दरोगा के पद पर पदोन्नति के लिए दस वर्ष की बाध्यता को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाय। इस मौके पर अजय सेमवाल, नागेन्द्र पाल, जीत प्रकाश, मंजू नेगी समेत कई मौजूद थे।