बिजली विभाग में रसीद प्राप्त करने के लिए भटक रहे उपभोक्ता..
रुद्रप्रयाग: विद्युत विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते उपभोक्ताओं को बिल जमा करने और रसीद प्राप्त करने में खासी दिक्कतें आ रही हैं, जबकि विभाग के अभियंताओं को बार-बार अवगत कराने के बाद भी कोई कार्रवाही नहीं की जा रही है। जिससे क्षेत्र के उपभोक्ताओं में आक्रोश बना हुआ है। दूर दराज के क्षेत्रों की गरीब जनता को एक मामूली रसीद या बिल के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिये ऊखीमठ स्थित विभाग में आना पड़ रहा है। इसके साथ ही कई माह से बिल नहीं आने के बाद एकमुश्त धनराशि को जमा करने में भी उपभोक्ताओं को दिक्कतें आ रही है।
कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल ने बताया कि केदारनाथ बेस कैम्प स्थित टेंटों में विद्युत संयोजन के लिए बिजली विभाग गुप्तकाशी में तैनात एक जेई ने दस हजार रूपये की धनराशि नगद ली, जिसकी रसीद लम्बा वक्त गुजरने के बाद भी उन्हें प्राप्त नहीं हुयी है। कहा कि अभी तक उन काॅटेजों में विद्युत का बिल नहीं आया है। श्री कोटवाल ने कहा कि अमूमन कनिष्ठ अभियंता क्षेत्र से नदारद रहते हैं। इसके साथ ही कई बार जनप्रतिनिधियों से अभद्र भाषा में बात करते हैं।
वहीं सीतापुर स्थित न्यू मां आकाश गंगा होटल के प्रबंधक विनोद गोस्वामी ने कहा कि वर्ष 2018 में उन्होंने थ्री फेज कनेक्शन के लिए अप्लाई किया था। धनराशि जमा करने के बाद भी अभी तक रसीद प्राप्त नहीं हुई है। साथ ही उक्त धनराशि की प्राप्ति रसीद नहीं मिल पाई है। श्री गोस्वामी ने कहा कि जब भी जेई को रसीद के लिए कहा जाता है, वह शीघ्र धनराशि वापस देने की बात करते हैं, जबकि उक्त विद्युत संयोजन किए हुए लम्बा वक्त गुजर गया है।
वहीं दूसरी ओर विभाग के अभियंता मोनिक डबराल से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने दो टूक शब्दों में उत्तर दिया कि यह उपभाक्ताओं की गलती है। उन्हें सीधे धनराशि को विभाग में ही जमा करनी चाहिए थी। उन्हें किसी भी व्यक्ति विशेष के पास धनराशि नहीं देनी चाहिए थी।
