केदारनाथ में हेली सेवा पर प्रतिबंध के बावजूद केदारनाथ पहुंचा हेलीकॉप्टर..
हेलीकॉप्टर में सवार थे BKTC अध्यक्ष..
उत्तराखंड: मानसून सीजन के चलते चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवा पर प्रतिबंध के बावजूद दो दिन पहले एक निजी कंपनी द्वारा केदारनाथ में हेलीकॉप्टर उड़ाए जाने का मामला अब तूल पकड़ चुका है। घटना के सामने आने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) ने सख्त रुख अपनाते हुए प्राइवेट कंपनी को नोटिस जारी किया है। मानसून के चलते चारधाम मार्गों पर मौसम अस्थिर रहता है, जिससे हवाई सेवाओं पर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद खराब मौसम के बीच हेलीकॉप्टर उड़ान नियमों का उल्लंघन नियमित सुरक्षा प्रोटोकॉल की गंभीर अनदेखी माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार डीजीसीए और यूकाडा ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यदि उड़ान संचालन में एविएशन नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।राज्य प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित एजेंसियों से रिपोर्ट तलब की है। माना जा रहा है कि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निगरानी और नियंत्रण प्रणाली को और मजबूत किया जाएगा।
उत्तराखंड में मानसून सीजन के चलते चारधाम यात्रा मार्गों पर हेली सेवाओं पर रोक है, लेकिन इसके बावजूद भी हेली कंपनियां नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रही हैं। ताजा मामला केदारनाथ का है, जहां दो दिन पहले एक निजी हेली कंपनी ने प्रतिबंध के बावजूद उड़ान भरी। खराब मौसम के बीच उड़ान भरने के बाद यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ में ही पूरा एक दिन रुका रहा। अगली सुबह मौसम साफ होने पर ही हेलीकॉप्टर वापसी कर सका। बताया जा रहा है कि इस हेलीकॉप्टर में बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सवार थे। यह घटना उस समय सामने आई है जब राज्य में यात्रा सीजन की शुरुआत में ही लगातार हेली दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई जानें जा चुकी हैं। इसके बावजूद भी नियमों का इस तरह उल्लंघन करना प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करता है। इस मामले में डीजीसीए (DGCA) और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) ने कार्रवाई करते हुए निजी हेली कंपनी को नोटिस जारी किया है। दोनों एजेंसियों ने इस उड़ान की जांच शुरू कर दी है। यदि नियम उल्लंघन की पुष्टि होती है, तो कंपनी पर कड़ी कार्रवाई संभव है। राज्य सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी प्रणाली और कड़ी करने की तैयारी में है।
इस हेलीकॉप्टर में बद्री-केदार मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी और कुछ उद्योगपति सवार थे, जिसकी पुष्टि केदारनाथ के स्थानीय पुरोहितों ने की है। घटना के सामने आने के बाद उत्तराखंड सिविल एविएशन एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) ने इस पर कड़ा रुख अपनाया है। यूकाडा के सीईओ आशीष चौहान ने कहा कि संबंधित हेली कंपनी को नोटिस जारी किया गया है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच के लिए अधिकारी संजय टोलिया को नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच शीघ्र पूरी की जाएगी, और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ NDPS एक्ट व एविएशन नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि मानसून के कारण चारधाम यात्रा मार्गों पर हेली सेवाओं को सुरक्षा कारणों से प्रतिबंधित किया गया है, ताकि यात्रियों की जान-माल की रक्षा सुनिश्चित की जा सके। लेकिन इस नियम की अवहेलना कर उड़ान भरना, और फिर खराब मौसम में हेलीकॉप्टर का एक दिन तक केदारनाथ में फंसे रहना, प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा उल्लंघन का गंभीर मामला बन गया है। सरकार और एविएशन प्राधिकरण अब इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या इस उड़ान के लिए कोई विशेष अनुमति ली गई थी या नहीं।
मानसून सीजन के दौरान केदारनाथ में हेली सेवा पर प्रतिबंध के बावजूद एक निजी हेलीकॉप्टर द्वारा उड़ान भरने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। अब जांच अधिकारी संजय टोलिया ने इस संबंध में स्पष्ट किया है कि यह उड़ान हेरिटेज एविएशन कंपनी की पूर्ण लापरवाही का नतीजा है। संजय टोलिया ने कहा कि जब कंपनी ने इस उड़ान के लिए आवेदन किया था, वह उस समय दिल्ली में थे, और जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत उड़ान को रुकवाया। उन्होंने कहा यह पूरी तरह से हेलीकॉप्टर कंपनी की मनमानी है। उन्होंने बिना उचित अनुमति और दिशा-निर्देशों का पालन किए उड़ान भरी।टोलिया ने यह भी स्पष्ट किया कि नए नियमों के तहत यदि कहीं भी मौसम खराब हो, तो हेलीकॉप्टर को तुरंत यू-टर्न लेना होगा, और वह आगे नहीं बढ़ सकता। इस मामले में नियमों का स्पष्ट उल्लंघन हुआ है। इस बीच हेलीकॉप्टर में सवार बताए जा रहे बद्री-केदार मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी से भी इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही या मिलीभगत पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस प्रकरण में पहले ही DGCA और UCADA द्वारा हेरिटेज एविएशन को नोटिस जारी किया जा चुका है, और जांच जारी है। मामले ने प्रशासनिक हलकों में भी गंभीर चिंता पैदा की है, क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा यह विषय अब नीति और जवाबदेही का सवाल बन चुका है।
