जेल में मृतक बंदियों के आश्रितों को मिलेगा मुआवजा, एक करोड़ रुपये का बजट हुआ मंजूर..
उत्तराखंड: जेल में बंदियों की मौत के बाद अब उनके आश्रितों को मुआवजा मिलने जा रहा है और इसके लिए एक करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। यह उत्तराखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो मृतक बंदियों के परिवारों को सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रही है। इसके माध्यम से, उन परिवारों को आर्थिक सहायता प्राप्त होगी जो अपने प्रियजनों को खो चुके हैं। यह एक उत्तेजनादायक पहल है और उम्मीद की जा सकती है कि इससे जेल प्रशासन की प्रक्रियाओं में भी सुधार होगा।
आपको बता दें कि जेल में तमाम कारणों से हर साल बंदियों की मौत हो जाती है। इसमें कुछ आपराधिक घटनाओं के कारण और कुछ सामान्य व बीमारियों के कारण होने वाली मौतें शामिल हैं। लेकिन, अभी तक प्रदेश में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी कि इन बंदियों के आश्रितों को किसी प्रकार का मुआवजा दिया जाए। मसलन, यदि जेल में बंद कैदी घर में अकेला कमाने वाला था और उसकी जेल में मौत हो जाती है तो उसके आश्रितों के प्रतिपूर्ति की व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में पिछले दिनों सरकार ने इसके लिए नई नीति बनाई थी।
अब बजट में नई मदों में इस मद को भी शामिल किया गया है। जेलों में इस प्रकार की मौत होने पर उनके आश्रितों को मुआवजे के लिए एक करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। इस बजट को कैदी की श्रेणी के आधार पर नियमानुसार दिया जाएगा। यानी विचाराधीन कैदी, सजायाफ्ता कैदी, आपराधिक मौत, सामान्य मौत, बीमारी के कारण हुई मौत आदि को अलग-अलग श्रेणियों में रखा जाएगा। इसके आधार पर ही उन्हें एक लाख रुपये से लेकर पांच या उससे अधिक दिया जाएगा। इसके साथ ही इससे पहले मौत किस कारण से और किन परिस्थितियों में हुई इसकी भी जांच की जाएगी।