उत्तराखंड

केदारनाथ पुनर्निर्माण में बेटियां चला रहीं JCB

केदारनाथ पुनर्निर्माण में बेटियां चला रहीं JCB, पहाड़ का चीर रहीं सीना

प्रवीन सेमवाल

कहते हैं कि मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा बुलंद हो तो कामयाबी आपके कदम खुद-ब-खुद चुमती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है अगस्त्यमुनि की बेटी ने जिसके जज्बे को आप भी सलाम करेंगे। केदारनाथ के पुनर्निर्माण में ना सिर्फ नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) का हिस्सा बनी है। बल्कि तमाम वर्जनाओं को तोड़ आज जेसीबी जैसी भारी भरकम मशीनें तक ऑपरेट कर रही है।

बता दें कि केदारनाथ में साल 2013 की आपदा के बाद से निम पुनर्निर्माण कार्य कर रहा है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी केदारधाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी है। वहीं, कुछ महीने पहले से यूथ फाउंडेशन ने पहाड़ की बेटियों को सेना में भर्ती होने का प्रशिक्षण देने के लिये जगह-जगह अपने कैंप लगाये थे। इन कैंपों में प्रदेश की हजारों युवतियों ने पुलिस और सेना में भर्ती का प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

अब यूथ फाउंडेशन पहाड़ की बेटियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गया है। यूथ फाउंडेशन के कैंप में सेना भर्ती का प्रशिक्षण ले चुकी कुछ युवतियों को केदारनाथ धाम में बुलाया गया है। ये युवतियां यहां पुनर्निर्माण कार्यों में सहयोग कर रही हैं।

जिनमें से दो युवतियां केदारनाथ में स्टोन कीपर, दो युवतियां स्टोन कटिंग के साथ ही अन्य लड़कियां दूसरे कार्यों में लगाई गई हैं। इनमें से एक युवती नीमा नेगी महज कुछ दिनों में ही जेसीबी मशीन चलना सीख गई है। अब वो आसानी से जेसीबी मशीन चलाकर पुनर्निर्माण कार्य में सहयोग दे रही है। फाउंडेशन की ओर से इन युवतियों को 15 हजार रुपए मेहनताना दिया जा रहा है। जबकि, इनका रहना-खाना फ्री है। हाई एल्टीट्यूड पर इन युवतियों को काम करता देख स्थानीय लोगों में भी खुशी है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top