कुम्भ मेले पर सरकारी खर्चे को लेकर कांग्रेस ने उठाये सवाल..
देश-विदेश : कांग्रेस नेता उदित राज ने कुंभ मेले पर सवाल उठाए हैं. उदित राज ने पूछा है कि सरकारी खर्च पर कुंभ मेले का आयोजन क्यों कराया गया। उदित राज ने गुरुवार को योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला किया है जिसमें उन्होंने दावा किया कि ‘पिछले साल महाकुंभ मेले के आयोजन के लिए काफी धन आवंटित किया गया था।
उन्होंने यूपी सरकार पर प्रयागराज में अपना पहला कुंभ मेला आयोजित करने के लिए 4,200 करोड़ रुपये खर्च करके ‘हिंदू धर्म का प्रचार करने और धर्म का पक्ष लेने’ का आरोप लगाया। सरकारी धन का उपयोग किसी भी धर्म के प्रचार के लिए नहीं किया जाना चाहिए और कोई धार्मिक घोटाला नहीं होना चाहिए। सरकार को किसी धर्म का पक्ष नहीं लेना चाहिए।
उदित राज ने धार्मिक शिक्षा (Religious Education) का मुद्दा भी उठाया और कहा कि सरकारी पैसे से किसी भी धर्म की पढ़ाई नहीं की जानी चाहिए न ही इससे धार्मिक कर्मकांड हों. सरकार का कोई धर्म नहीं होना चाहिए।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने उदित के बयान की आलोचना की और इसे कांग्रेस की ‘हिंदू विरोधी सोच’ बताते हुए उसे ‘विनाश काल विपरीत बुद्धि’ कह दिया।
बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने भी उदित पर जमकर हमला बोला है और कहा है कि कुंभ से सिर्फ हिंदुओं की नहीं, बल्कि सबकी आस्था जुड़ी है। उन्होंने कहा- मुझे तो हैरत होती है पता नहीं कैसे ये सब काम करते है। तुष्टीकरण के चक्कर में देश के खिलाफ खड़े होने लगते है। भारत के संस्कार के खिलाफ खड़े हो जाते है। कुंभ का महत्व जा कर पता करें। आस्था पर हमला है, कुंभ से सिर्फ हिंदुओं की नहीं बल्कि सबकी आस्था जुड़ी है।
हालाँकि इससे पहले असम के शिक्षा मंत्री हेमन्ता बिस्वा शर्मा ने भी धार्मिक शिक्षा को लेकर घोषणा की है कि अब उनके राज्य में चल रहे सभी मदरसों को और संस्कृत स्कूलों को सामान्य स्कूलों में बदल दिया जाएगा. इसके अलावा मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षकों का भी नए स्कूलों में ट्रांसफर किया जाएगा.