उत्तराखंड

सीएम धामी ने किया राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का शुभारंभ, काशीपुर को दी 46.24 करोड़ की सौगात..

सीएम धामी ने किया राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का शुभारंभ, काशीपुर को दी 46.24 करोड़ की सौगात..

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड की रजत जयंती वर्ष समारोह की श्रृंखला में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को काशीपुर में राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने शहरवासियों को 46.24 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात दी। उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर जनकल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने दिव्यांग सशक्तिकरण कौशल विकास वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही नगर निगम काशीपुर को स्वच्छता अभियान को और मजबूत बनाने के लिए 14 कूड़ा एकत्रित करने वाले वाहनों का भी शुभारंभ किया। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे करने जा रहा है और यह रजत जयंती वर्ष राज्य को नए विकास शिखर पर पहुंचाने का अवसर है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर शहरी विकास, बुनियादी ढांचे, रोजगार और स्वच्छता को प्राथमिकता दे रही हैं। सीएम धामी ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार जनसुविधाओं के विस्तार और नागरिकों के जीवन को सुगम बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे उत्तराखंड को “विकसित राज्य” बनाने के अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

सीएम धामी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य निर्माण के प्रारंभिक वर्षों में हमारे शहर अपने स्वरूप में ढल रहे थे। उस दौर में शहरी निकायों के सामने बुनियादी सुविधाओं और संसाधनों का अभाव था। भौगोलिक परिस्थितियों और बार-बार आने वाली प्राकृतिक आपदाओं ने भी विकास की गति को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि इन 25 गौरवमयी वर्षों में उत्तराखंड ने तमाम चुनौतियों को पार करते हुए विकास, समृद्धि और सुशासन के नए आयाम स्थापित किए हैं। किसी राज्य की आत्मा उसके गांवों में बसती है, वहीं उसके नागरिकों की आकांक्षाएं और सपने शहरों में आकार लेते हैं। इसी सोच के साथ हमारी सरकार ने शहरी विकास को अपनी नीतियों के केंद्र में रखा है। सीएम ने कहा कि आज उत्तराखंड के नगर स्वच्छता, सड़क व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति और जनकल्याण के क्षेत्रों में लगातार प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में उत्तराखंड का नगरीय स्वरूप तेजी से बदला है और आने वाले वर्षों में राज्य को देश के आदर्श शहरी विकास मॉडल के रूप में स्थापित किया जाएगा। सीएम धामी ने जनता से राज्य के विकास अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि रजत जयंती वर्ष केवल उत्सव नहीं, बल्कि उत्तराखंड को “विकसित राज्य” के रूप में स्थापित करने का संकल्प वर्ष है।

शहरी विकास विभाग का बढ़ाया बजट

उत्तराखंड की रजत जयंती वर्ष समारोह की श्रृंखला में आयोजित राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2001 में जहां उत्तराखंड की शहरी जनसंख्या मात्र 16 प्रतिशत थी, वहीं आज यह बढ़कर 36 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। राज्य निर्माण के समय प्रदेश में केवल 63 स्थानीय निकाय थे और देहरादून ही एकमात्र नगर निगम था, लेकिन आज 11 नगर निगम समेत 107 नगर निकाय प्रदेशभर में नागरिकों को बेहतर सुविधाएं और स्वच्छ वातावरण प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग का बजट भी राज्य निर्माण के समय मात्र 55 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 1300 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। सीएम धामी ने कहा कि बीते 25 वर्षों में राज्य के शहरों ने न केवल अर्थव्यवस्था को नई गति दी है, बल्कि रोजगार और स्वरोजगार के अनेक अवसर भी सृजित किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अब शहरी विकास के क्षेत्र में नए युग में प्रवेश कर रहा है, जहां तकनीक और नागरिक सुविधा का संयोजन एक सशक्त और आधुनिक उत्तराखंड के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन के माध्यम से प्रदेश में नगरों को तकनीकी रूप से सक्षम और नागरिकों के लिए अधिक सुगम बनाया जा रहा है। वहीं, प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के अंतर्गत अब तक लाखों गरीब परिवारों को अपने पक्के घर मिलने का सपना साकार हुआ है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों का परिणाम है। सीएम ने आह्वान किया कि उत्तराखंड के नागरिक इस रजत जयंती वर्ष को विकास और आत्मनिर्भरता के उत्सव के रूप में मनाएं, ताकि आने वाले दशक में राज्य को देश के अग्रणी विकसित राज्यों की श्रेणी में स्थान दिलाया जा सके।

 

सम्मेलन के दौरान सीएम धामी ने शहरी विकास को लेकर कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार 82.50 करोड़ रुपये की लागत से 52 स्थानीय निकायों में 115 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। काशीपुर शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को नई दिशा मिलेगी। इसके साथ ही ठोस कचरा प्रबंधन परियोजना के तहत आधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट भी तैयार किया जा रहा है, जिससे नगर की स्वच्छता व्यवस्था में और सुधार होगा। सीएम धामी ने कहा कि शहरी विकास के साथ-साथ औद्योगिक प्रगति को भी प्राथमिकता दी जा रही है। इस दिशा में प्रदेश में 1100 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक हब परियोजना और 100 करोड़ रुपये की लागत से अरोमा पार्क परियोजना संचालित की जा रही है। इन परियोजनाओं से न केवल रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। राज्य सरकार का लक्ष्य “स्वस्थ, स्वच्छ और समृद्ध उत्तराखंड” बनाना है, जहां विकास केवल ढांचागत न होकर सामाजिक और आर्थिक रूप से भी स्थायी हो। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड के शहर स्मार्ट, पर्यावरण-संवेदनशील और आत्मनिर्भर नगरों के रूप में विकसित होंगे।

 

 

 

 

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