उत्तराखंड

केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों में उत्साह, मई माह के ऑनलाइन स्लॉट फुल..

केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों में उत्साह, मई माह के ऑनलाइन स्लॉट फुल..

 

 

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। यात्रा के लिए केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के मई माह के सभी ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट फुल हो चुके हैं, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए अब भी पंजीकरण जारी हैं। इस बार यात्रा में आधार आधारित ऑनलाइन पंजीकरण का प्रतिशत 60% तक पहुंच गया है। राज्य सरकार और पर्यटन विभाग के अनुसार यात्रा व्यवस्था को पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए डिजिटल प्रणाली को बढ़ावा दिया जा रहा है। भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित बनी रहे।

मई माह के ऑनलाइन स्लॉट फुल हो चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण की सीमा में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।जिन श्रद्धालुओं को ऑनलाइन स्लॉट नहीं मिल पा रहे हैं, उनके लिए अब ऑफलाइन पंजीकरण का विकल्प उपलब्ध रहेगा। इसके लिए 28 अप्रैल की सुबह सात बजे से पंजीकरण काउंटर खोले जाएंगे। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा में भाग लेने से पूर्व पंजीकरण की प्रक्रिया अवश्य पूरी करें, जिससे व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से लागू किया जा सके।

अब तक चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण संख्या 20 लाख को पार कर चुकी है। जिसमें केदारनाथ के लिए 6.82 लाख, बद्रीनाथ के लिए 6.01 लाख, गंगोत्री के लिए 3.55 लाख, यमुनोत्री के लिए 3.24 लाख, हेमकुंड साहिब के 34633 तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। यात्रा को सुरक्षित और सुचारु बनाने के लिए लगातार समीक्षा और सुधार किए जा रहे हैं।

केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों में सबसे ज्यादा उत्साह है। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोले जाएंगे। इन दोनों प्रमुख धामों की यात्रा के लिए मई माह के सभी ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट पहले ही फुल हो चुके हैं। तीर्थयात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण की सीमा में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। सरकार का यह कदम देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को राहत पहुंचाने और पंजीकरण प्रक्रिया को अधिक सुगम बनाने के लिए उठाया गया है। जिन यात्रियों को ऑनलाइन स्लॉट नहीं मिल पा रहे हैं, उनके लिए 28 अप्रैल से ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।

 

 

 

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