उत्तराखंड

सीएम धामी की बड़ी घोषणा, चंपावत में खुलेगा नया कृषि विश्वविद्यालय, शारदा कॉरिडोर परियोजना को मिली रफ्तार..

सीएम धामी की बड़ी घोषणा, चंपावत में खुलेगा नया कृषि विश्वविद्यालय, शारदा कॉरिडोर परियोजना को मिली रफ्तार..

 

 

 

उत्तराखंड: चंपावत जिले के विकास को नई दिशा देने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दो बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने चंपावत में कृषि विश्वविद्यालय खोलने और छीनीगोठ में बाढ़ सुरक्षा कार्य कराने की घोषणा की। सीएम ने कहा कि ये दोनों घोषणाएं चंपावत को शिक्षा, कृषि और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं। सीएम धामी शुक्रवार को शारदा घाट पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने कहा कि चंपावत क्षेत्र कृषि और उद्यानिकी के लिहाज से बेहद समृद्ध है। यहां के किसानों की आजीविका को वैज्ञानिक तकनीकों और आधुनिक प्रशिक्षण से जोड़ने के लिए कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय को लेकर हाल ही में जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के कुलपति से भी विस्तृत चर्चा की गई है। प्रस्तावित कृषि विश्वविद्यालय के खुलने से न केवल चंपावत बल्कि पिथौरागढ़, बागेश्वर और नैनीताल जिलों के युवाओं को भी उच्च शिक्षा और अनुसंधान के अवसर मिलेंगे। सीएम धामी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य प्रदेश में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती देना और युवा किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ना है। इसके साथ ही छीनीगोठ में प्रस्तावित बाढ़ सुरक्षा कार्य से क्षेत्र के लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से राहत और सुरक्षा मिलेगी। सीएम धामी ने कहा कि चंपावत जिला राज्य के सर्वांगीण विकास की दृष्टि से उनकी प्राथमिकता में शामिल है। शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में यहां लगातार नई योजनाओं को गति दी जा रही है।

 

सीएम धामी ने शुक्रवार को टनकपुर स्थित शारदा घाट में 185.20 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली शारदा कॉरिडोर परियोजना के प्रथम चरण का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने 20.50 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। सीएम धामी ने कार्यक्रम स्थल पर शारदा माता की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि शारदा कॉरिडोर परियोजना प्रदेश के धार्मिक पर्यटन, स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन को नई दिशा देगी। सीएम ने कहा कि यह परियोजना उत्तराखंड इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बोर्ड (UIIIDB) के माध्यम से संचालित की जा रही है। परियोजना के पूरा होने पर शारदा घाट को एक प्रमुख तीर्थ और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे टनकपुर और आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। धामी ने कहा कि राज्य सरकार सीमांत जनपदों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। शारदा कॉरिडोर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि यह सांस्कृतिक पुनर्जागरण और क्षेत्रीय विकास का भी प्रतीक होगा।

सीएम धामी ने शुक्रवार को बनबसा स्थित गुदमी क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा पर प्रस्तावित आधुनिक लैंड पोर्ट परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। यह परियोजना लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (LPAI) द्वारा लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित की जा रही है। सीएम ने निरीक्षण के दौरान कहा कि यह परियोजना भारत और नेपाल के बीच व्यापार, संपर्क और सहयोग को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों का समग्र विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता में है, और यह लैंड पोर्ट उसी दिशा में एक रणनीतिक व आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण पहल है। इस परियोजना के निर्माण से दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियों में तेजी, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि, और पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस महत्वाकांक्षी परियोजना को उत्तराखंड सरकार के सहयोग से तेज़ी से आगे बढ़ा रही है, जिससे टनकपुर-बनबसा क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकेगा। सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजना के कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि इसे निर्धारित समय में पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह लैंड पोर्ट न केवल सीमा व्यापार का केंद्र बनेगा, बल्कि यह उत्तराखंड के सीमांत इलाकों को आर्थिक और अवसंरचनात्मक मजबूती भी प्रदान करेगा।

 

 

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top