उत्तराखंड

मद्महेश्वर घाटी के दो इलाकों में गिरी आकाशीय बिजली, 350 मवेशियों की मौत

ऊंचाई वाले इलाकों में मोबाइल नेटवर्क काम न करने से भी बढ़ रही दिक्कतें
राजस्व, पाआरडी, एसडीआरएफ, पशुपालन, वन विभाग की टीम को किया रवाना

रुद्रप्रयाग। रविवार देर रात को मद्महेश्वर घाटी के ऊंचाई वाले इलाके के दो अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से लगभग साढ़े तीन सौ भेड़-बकरियों के मरने की खबर है, जबकि आकाशीय बिजली गिरने के कारण एक भेड़ पालक लकवाग्रस्त हो गया है। घटना की जानकारी मिलते ही तहसील प्रशासन, एसडीआरएफ, पशुपालन, वन विभाग व ग्रामीणों की टीमे घटना स्थल के लिए रवाना हुई। ऊंचाई वाले इलाकों में मोबाइल नेटवर्क काम न करने से भी दिक्कतें बढ़ रही हैं।

उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान ने बताया कि बीती रात को मदमहेश्वर घाटी के विसोणी ताल व भादणी (कनरासू) में आकाशीय बिजली गिरने से साढ़े तीन सौ के करीब भेड-बकरियों की अकाल मौत हो गयी। बताया कि दोनों स्थानों के लिए तहसील प्रशासन, एसडीआरएफ, पशुपालन, वन विभाग व ग्रामीणों की टीमें रवाना की गयी। सोमवार सुबह ग्रामीण दिलबर सिंह ने तहसील प्रशासन को जानकारी देते हुए बताया कि बुरूवा गांव से लगभग 30 से 35 किलोमीटर ऊपर विसोणी ताल के निकट आकाशीय बिजली गिरने से भेड़ पालकों की भेड-बकरियां मर चुकी हैं।

ऐसे में मौके के लिए राजस्व विभाग, पीआरडी, एसडीआरएफ, पशुपालन, वन विभाग के दो-दो कर्मचारियों तथा ग्रामीणों की टीम विसोणी ताल के लिए भेजी गयी। दोपहर लगभग डेढ़ बजे ग्रामीण हीरा सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि गडगू गांव से लगभग 25 से 30 किलोमीटर दूर भादुणी (कनरासू) के बुग्यालों में आकाशीय बिजली गिरने से लगभग डेढ़ सौ भेड़-बकरियों की मौत हो गयी है। ऐसे में कनरासू में भी राजस्व, पीआरडी, एसडीआरएफ, पशुूपालन, वन विभाग सहित ग्रामीणों की टीम को भेजा गया। दैड़ा निवासी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि कनरासू में आकाशीय बिजली गिरने से भेड पालक जिला चमोली पोखरी वल्ली गांव निवासी दर्शन सिंह लकुवाग्रस्त हो गया है।

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