सड़क सुरक्षा अभियान को मिली नई पहचान, सीएम धामी ने आठ अधिकारियों को सौंपे उत्कृष्टता पुरस्कार..
उत्तराखंड: उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए लगातार उत्कृष्ट योगदान देने वाले आठ अधिकारियों को शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सड़क सुरक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया। राजधानी देहरादून में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में सीएम ने सड़क सुरक्षा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सुरक्षित यातायात व्यवस्था किसी भी राज्य की प्रगति की मूलभूत आवश्यकता है। कार्यक्रम में परिवहन विभाग, पुलिस विभाग और लोक निर्माण विभाग के उन अधिकारियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने सड़क सुरक्षा जागरूकता, दुर्घटना नियंत्रण, हेलमेट और सीटबेल्ट अभियान, स्पीड कंट्रोल व्यवस्था तथा सड़क इंजीनियरिंग सुधारों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। सीएम धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम स्तर तक लाया जाए।
इसके लिए न केवल सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को उन्नत किया जा रहा है, बल्कि आधुनिक तकनीक, सीसीटीवी सर्विलांस, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और जन-जागरूकता कार्यक्रमों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सम्मानित अधिकारी अन्य कर्मचारियों के लिए प्रेरणा हैं और उनके प्रयासों से प्रदेश में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। सीएम ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा को लेकर चल रहे अभियानों में तेजी लाई जाए और जनता को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। पुरस्कार से सम्मानित किए गए अधिकारियों में एम्स ऋषिकेश के डॉ. मधुर उनियाल, समाजसेवक व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से संबद्ध उमेश्वर रावत, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय खारासोत राजेंद्र सिंह रुक्मणि, उपनिरीक्षक चौकी प्रभारी धारानौला आनंद बल्लभ कश्मीरा, एसएसपी अल्मोड़ा कार्यालय के आरक्षी विनोद सिंह कुंवर, आपदा प्रबंधन विभाग अल्मोड़ा के मास्टर ट्रेनर आलोक वर्मा, देहरादून के सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह और एसएल होंडा की मैनेजर मोनिका को इस पुरस्कार से नवाजा गया।
वहीं सामूहिक श्रेणी में जेपीआरआई पुणे के सुमित ढुल व अक्षत बिडोला को दुर्घटनाओं के विश्लेषण के लिए पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार पाकर अधिकारी भी बेहद उत्साहित दिखे और उन्होंने राज्य में सुरक्षित यातायात प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए और अधिक गंभीरता से कार्य करने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम में परिवहन सचिव, पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि सहित कई विभागों के कर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा से संबंधित प्रदर्शनी, जागरूकता पोस्टर और सुरक्षा उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया।