भालू से लड़कर बुजुर्ग ने बचाई अपनी जान..
उत्तराखंड: उच्च हिमालय में हिमपात के बाद निचले इलाकों तक पहुंच चुके भालू अब ग्रामीणों के लिए खतरा बन चुके हैं। तहसील के दूरस्थ गांव धूरातोली में बकरी चरा रहे 64 वर्षीय वृद्ध पर भालू ने हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया है। वृद्ध ने भी भालू से भिड़ कर अपनी जान बचाई। कई मिनट तक भालू और वृद्ध आपस में गुत्थमगुत्था होते रहे। ग्रामीणों के पहुंंचने के बाद भालू जंगल की तरफ भाग गया। उच्च हिमालय में हिमपात के साथ ही भालू मुनस्यारी और धारचूला तहसील क्षेत्र के उच्च हिमालय से लगे निचले क्षेत्रों में आ जाते हैं।
प्रतिवर्ष इस मौसम में मानवों के लिए खतरा बना रहता हैं। बेहद आक्रामक ये भालू मानवों को देखते ही उन पर हमला कर देते हैंं। गोरी पार से लेकर नाचनी के निकट नौलड़ा तक के क्षेत्रों में भालुओं के झुंड नजर आते हैं। मुनस्यारी के गोरीपार के बसंतकोट पट्टी के धूरातोली गांव में गोकुल सिंह पाना 64 वर्ष पुत्र खड़क सिंह शुक्रवार को गांव के निकट ही अपनी बकरियां चरा रहा था। इसी दौरान निकट में छिपे एक भालू ने उस पर हमला कर दिया।
भालू के हमले से गोकुल घबरा गया, परंतु जान बचाने के लिए भालू से भिड़ गया। जवान भालू ने गोकुल सिंह को बुरी तरह जख्मी कर दिया। चेहरा में सभी जगह घाव कर दिए जिससे वह लहूलुहान हो गया। उसकी चीख पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और बड़ी मुश्किल से भालू को पत्थर मार कर भगाया। गोकुल सिंह को गंभीर हालत में ग्रामीण उपचार के लिए सीएचसी मुनस्यारी लाए। जहां पर चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया। उसके सिर से लेकर चेहरे तक कई टांके लगे हैं। भालू के हमले की घटना के बाद ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों ने गांवों के आसपास तक पहुंचे भालुओं को खदडऩे की मांग वन विभाग से की है।