उत्तराखंड

दो अस्पतालों के कुशल डॉक्टर जिस प्रसव को नहीं करवा पाए, वह एक फार्मासिस्ट ने कर दिखाया..

दो अस्पतालों के कुशल डॉक्टर जिस प्रसव को नहीं करवा पाए, वह एक फार्मासिस्ट ने कर दिखाया..

उत्तराखंड: प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली को लेकर सरकार पर भी कई सवाल उठाये गए हैं। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा हैं। पहाड़ों में समय पर अस्पतालों में डॉक्टर नहीं मिलते जिसके चलते यहां के कई अस्पतालों में डॉक्टरों के नहीं होने से फार्मासिस्ट ही अस्पतालों को चला रहे हैं। अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों के कई अस्पतालों को तो फार्मासिस्ट ही चला रहे हैं। चमोली जनपद के विकासखण्ड नागनाथ पोखरी के जौरासी से गांव से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया हैं। जहां गांव की राखी देवी को बीते सात अगस्त की सुबह प्रसव पीड़ा आरम्भ हुई।

 

जिसके बाद परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोखरी ले गए। यहां पर डॉक्टर तो मौजूद थे। लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि महिला में हीमोग्लोबिन की कमी होने कारण महिला की डिलीवरी करवाना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए उन्होंने महिला को रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। 108 के माध्यम से महिला को रुद्रप्रयाग पहुंचाया गया। लेकिन यहां डॉक्टरों ने भी ब्लड उपलब्ध न होने का हवाला देते हुए राखी देवी को श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया। जबकि रुद्रप्रयाग में ब्लड बैंक है। अत्याधुनिक सुविधायें यहां मौजूद हैं और कुशल डॉक्टर भी यहां तैनात हैं। बावजूद इसके भी जिला अस्पताल से जब 108 की मदद से राखी देवी को श्रीनगर रेफर कर दिया।

 

अब लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन हो रहा हैं जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग श्रीनगर से पहले कई स्थानों पर बंद था। दूसरी तरफ राखी देवी प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। ऐसे में मामले की गम्भीरता को देखते हुए 108 में तैनात ईएमडी प्रेरणा (फार्मासिस्ट) ने वैकल्पिक मार्ग खांकरा-खेड़ाखाल-डुंगरीपंत से जाने का निश्चिय किया। 108 चालक ने भी वाहन को बड़े सूझबूझ के साथ दूसरे रास्ते की तरफ आगे बढ़ा दिया। प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला राखी देवी की स्थिति गुजरते वक्त के साथ गम्भीर होती जा रही थी।

 

राखी की हालात को देखते हुए पौड़ी की सीमा पर खिर्सू से पहले पोखरी-चैराकंडी के बीच सुनसान जंगल के बीच ईएमडी प्रेरणा ने 108 रूकवाकर बड़े धैर्य और कार्यकुशलता का परिचय देते हुए अल्प संसाधनों में महिला राखी देवी का सुरक्षित प्रसव करवाया। दो अस्पतालों के कुशल डॉक्टर जो कार्य नहीं कर पाये, वह कार्य प्रेरणा ने विषम परिस्थियों में सफलतापूर्वक किया। जिसके बाद यहां खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फ़ैल गयी। हर कोई प्रेरणा की तारिफ कर रहा है। आपको बता दे कि ईएमडी प्रेरणा मूल रूप से अगस्त्यमुनि के बनियाड़ी गांव की रहने वाले हैं और वह पिछले नौ माह से रुद्रप्रयाग में 108 आपातकालीन सेवा पर तैनात हैं। इससे पहले वे गुप्तकाशी में तैनात थी। राखी देवी के परिजनों ने ईएमडी प्रेरणा का आभार जताया।

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