ऋषि गंगा में जलस्तर बढ़ने से दहशत में ग्रामीण, घर छोड़ जंगल मे बनाया आसरा..
उत्तराखंड: कोरोना की दूसरी लहर के बीच अब सीमांत धौली/ऋषि गंगा घाटी में गरजी, बरसी आसमानी आफत, आखिर क्यू हो रही प्रकृति नाराज ? ऋषि गंगा घाटी के (जुगजु)के लोग एक बार फिर ऋषि गंगा घाटी में हुई बारिश के बाद बड़े धौली नदी के जलस्तर और रात के अंधेरे में नदी की डरावनी आवाज से भयभीत है जिसके बाद गाँव छोड़ परिजनों संग रात के घुप अंधेरे में उपरी सुरक्षित स्थान की तलाश में पहुंचे।
7 फरवरी 2021 की वो सुबह कैसे कोई भूल सकता है। जब एक सैलाब आया और सैकड़ो की संख्या में लोगो की जिंदगी ले गया, कुछ लोगो के शव भले मिल गए हो लेकिन कुछ आज भी दफन हैं, उस सैलाब ओर ऋषिगंगा के उग्र अवतार को जुगजू ओर रैणी के ग्रामीणों ने महसूस किया और उसकी दहशत में में बैठ गयी, मंगलवार को एक बार फिर से आसमान में बादलों की गड़गड़ाहट ओर बारिश के बाद ऋषिगंगा में जलस्तर बढ़ने लगा, ओर ऋषि गंगा के तेज बहाव की आवाज ने लोगो मे दहशत पैदा कर दी जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने अपने बच्चो सहित खुद सुरक्षित स्थानों पर जाना सही समझ जिसकी सूचना प्रशांसन को भी दी।