उत्तराखंड

सीएम और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दी सैनिकों को विजय दिवस की शुभकामनाएं..

जवानों पर देश के हर नागरिक को गर्व..

उत्तराखंड: देश में हर साल 16 दिसंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच हुई 1971 की जंग की जीत की याद और युद्ध में शहीद जवानों के सम्मान में विजय दिवस मनाया जाता है। 1971 में हुए घमासान भारत पाक युद्ध को अब आधी सदी हो चुकी है, जब पाकिस्तान ने भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना के 93000 सैनिकों ने भारत से बहादुर सैनिकों के सामने सरेंडर कर दिया था। तब यह संघर्ष बांग्लादेश मुक्ति संग्राम का परिणाम था।

जब बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। तब से देश में हर वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के प्रत्येक नागरिक के हृदय में भारतीय सेना के प्रति अपार स्नेह व सम्मान है। भारतीय सेना के वीर जवानों द्वारा पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस भारतीय सेना के शौर्य पराक्रम और मान को स्थापित करता है।

 

 

उन्होंने 1971 भारत-पाक युद्ध के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारे सैनिकों के पराक्रम से पाकिस्तानी सैनिकों का मनोबल टूट गया था। उत्तराखंड देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है। यहां सदैव देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सैनिकों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से किया जा रहा है। इसके लिए जिलों में एडीएम स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में भारतीय सेना को समर्पित एक ऐसा भव्य स्मारक बनाया जाएगा जिसमें भारतीय सेना के गौरवमय इतिहास की झलक प्रदर्शित की जाएगी। इससे हमारी भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमे अपने सैनिकों की वीरता पर नाज है और पूरा देश उनकी बहादुरी को नमन करता है।

 

 

इसी मौके पर उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विजय दिवस पर भारतीय सेना, भूतपूर्व सैनिकों और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। विजय दिवस की पूर्व संध्या पर संदेश जारी कर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि विजय दिवस, भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है। देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए समर्पित सेना के प्रत्येक जवान और शहीद पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top