उत्तराखंड

केंद्रीय संचार राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने किया 50 गांवों में फाइव स्टार विलेज योजना का शुभारंभ..

केंद्रीय संचार राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने किया 50 गांवों में फाइव स्टार विलेज योजना का शुभारंभ..

उत्तराखंड: डाक परिमंडल की समीक्षा बैठक में केंद्रीय संचार एवं शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने उत्तराखंड डाक परिमंडल के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि डाक निदेशालय की ओर से मिलने वाले लक्ष्यों से आगे बढ़कर भी परिमंडल व मंडल स्तर पर स्वयं के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। साथ ही समय-समय पर इनकी समीक्षा कर निर्धारित समय पर इन्हें पूरा करें। ताकि अधिक से अधिक व्यक्तियों को डाक विभाग की सुविधाओं लाभ मिल सके।

उत्तराखंड डाक विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय संचार एवं शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने प्रदेश के 50 गांवों में फाइव स्टार विलेज योजना का शुभारंभ किया। इसमें देहरादून जिले के आठ गांव भी शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री धोत्रे ने कहा कि योजना के माध्यम से चयनित गांवों में हर ग्रामीण तक डाक उत्पाद व विभागीय योजना एवं सेवाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा।

 

 

उन्होंने उत्तराखंड को सुकन्या समृद्धि योजना में दूसरा स्थान प्राप्त होने पर सराहना की। घंटाघर स्थित चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने अधिकारियों से विभागीय योजनाओं की जानकारी ली। प्रवर डाक अधीक्षक अनसूया प्रसाद चमोला ने इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंकिंग, सुकन्या योजना, सीएससी, बचत खाते, गंगाजल सेवा व अन्य योजनाओं की प्रगति के बारे में बताया। केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड डाक विभाग की ओर से देशभर में पवित्र गंगाजल को पहुंचाने की सेवा की सराहना की।
उन्होंने सुकन्या योजना के लाभार्थियों को बैंक पासबुक भी सौंपी।

मंत्री ने बताया कि फाइव स्टार विलेज योजना में गांवों में प्रगति की समीक्षा के लिए स्टार रैंकिंग दी जाएगी। फाइव स्टार मिलने पर योजना शत प्रतिशत पूरी मानी जाएगी। इससे पूर्व चीफ पोस्टमास्टर जनरल उत्तराखंड अंजली आनंद ने केंद्रीय मंत्री धोत्रे को पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक अधीक्षक राजेश कुमार बिनवाल ने किया। इस अवसर पर निदेशक डाक सेवाएं सुनील कुमार राय व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

क्या है फाइव स्टार विलेज योजना..

डाक विभाग ने एक योजना शुरू की है जिसे फाइव स्टार गांवों के रूप में जाना जाता है। यह मुख्य रूप से सुदूरवर्ती गांवों में सार्वजनिक जागरूकता और डाक उत्पादों और सेवाओं तक पहुंचने में मदद करेगी। इस योजना के तहत विशेष रूप से सभी डाक उत्पादों और सेवाओं को ग्रामीण स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा और मार्केटिंग कर प्रचारित किया जाएगा।

 

 

योजना में इन गांवों का हुआ चयन..

देहरादून – इमलीखेड़ा, पनियाला, शेरपुर, राजावाला, भाऊवाला, नथुवावाला, नकरौंदा, छिद्दरवाला।
नैनीताल –  कुंडा, मझरा आनंद सिंह, सूर्यनगर, शांतिपुरी, पट्टापानी, खेमपुर, नंदपुर।
पौड़ी – संगलाकोटी, सुमाड़ी, डुंगरीपंथ, कुमरानू, मंदोली, चौखाल, बौंसाल तल्ला।
टिहरी – पुजारगांव, बौन, पंगार, नागदेव कुड़ियालगांव, रमोलगांव, स्यांसू, गोमुख।
पिथौरागढ़ – कुनलता, मूनाकोट, बड़ालू, खिरमांडे, बगड़तोली, जाखपंत, गौरीहाट।
अल्मोड़ा –  असों मल्लाकोट, दरमाण तिखून, खेती, चरचालीखान, कपकोटी, देवल चौड़ा, कुलान्टेश्वर।
चमोली – गाड़ी, सेमा, बछेर, कार्ण्डई, चिरबटिया, सौराखाल, मींगगधेरा।

मंत्री ने लक्ष्य बढ़ाने की दी नसीहत 

केंद्रीय मंत्री धोत्रे ने डाक विभाग के अधिकारियों से कहा कि केंद्र सरकार के दिए लक्ष्यों तक सीमित न रहें, बल्कि जिला व प्रदेश स्तर पर निर्धारित लक्ष्य से आगे बढ़ें। यह आपकी क्षमताओं को दर्शाएगा। उन्होंने कहा कि डाक विभाग एकमात्र ऐसा विभाग है जिसकी पहुंच दूरस्थ क्षेत्र तक है।

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