विधि-विधान से खुले केदार पुरी के रक्षक भैरवनाथ के कपाट..
उत्तराखंड: मध्य हिमालय के आंचल में बसे केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोचारण के साथ विधि-विधान से खोल दिये गये हैं। केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट खुलने के बाद भगवान केदारनाथ के गर्भगृह में सभी पूजा-अर्चना, रूद्राभिषेक, आरती सहित पूजाये विधिवत शुरू हो गयी हैं। केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट खुलने के पावन अवसर पर तीर्थ पुरोहित समाज व देवस्थानम् बोर्ड द्वारा भैरवनाथ को अनेक प्रकार का भोग भी अर्पित किया गया था। साथ ही वैश्विक महामारी से विश्व को निजात दिलाने और क्षेत्र के लिए खुशहाली की कामना की गयी. पूजा-अर्चना के बाद भैरवनाथ नर रुप में अवतरित हुए सभी श्रद्धालुओं को आशीष देकर आगामी ग्रीष्मकालीन समय सुखी सम्पन्न होने का बचन दिया।
दशकों से चली आ रही परम्परा के अनुसार केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट मंगलवार या शनिवार को ही खुलते या बन्द होते है तथा भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तर्ज पर भैरवनाथ के कपाट खुलने की परम्परा है! इसी परम्परा के तहत मंगलवार को देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा तीर्थ पुरोहित समाज ने सुबह आठ बजे से भरवनाथ के लिए अनेक पकवान बनाये तथा ठीक नौ बजे केदार पुरी से एक किमी दूर सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य भैरवनाथ के तप स्थल पहुंचे तथा पंचाग पूजन के साथ अनेक पूजाये सम्पन्न कर तैतीस कोटि देवी – देवताओं सहित भगवान केदारनाथ व भैरवनाथ का आवाहन किया तथा ठीक दस बजे परम्परा के अनुसार केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये।
कपाट खुलने के बाद प्रधान पुजारी बांगेश लिंग सहित विद्वान आचार्यो व तीर्थ पुरोहित ने भैरवनाथ की विशेष पूजा – अर्चना, हवन कर आरती उतारी तथा भैरवनाथ नर रूप में अवतरित हुए तो देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा तीर्थ पुरोहित ने भैरवनाथ से वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से विश्व को निजात दिलाने तथा क्षेत्र के खुशहाली की कामना की जिस पर भैरवनाथ ने सभी को आशीष दिया।
इस मौके पर देव स्थानम् बोर्ड अधिकारी यदुवीर पुष्वाण, ओकार शुक्ला, अरविन्द शुक्ला, नायब तहसीलदार जयबीर राम बधाणी, चौकी प्रभारी मंजुल रावत, शिव सिंह रावत, राजकुमार तिवारी, तेज प्रकाश त्रिवेदी, अंकुर शुक्ला, विकास बर्तवाल, सन्तोष त्रिवेदी, संजय तिवारी, महावीर तिवारी सहित तीर्थ पुरोहित समाज व देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।