गणतंत्र दिवस की परेड में दिखेगी उत्तराखंड की झांकी, रक्षा मंत्रालय से मिली मंजूरी..
उत्तराखंड: इस साल दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तराखंड की झांकी भी दिखाई देगी। रक्षा मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। उत्तराखंड के सूचना महानिदेशक डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी का आवेदन केंद्र को भेजा गया था। जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इस साल झांकी के लिए देश के 17 राज्यों का चयन किया गया है। उत्तराखंड की झांकी के लिए केदारखंड की थीम रखी गई है। इसमें कस्तूरी मृग, मोनाल और केदारनाथ की झलक दिखाई देगी।
वहीं, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की एनएसएस स्वयंसेवक और पिथौरागढ़ महाविद्यालय की छात्रा अपूर्वा दीक्षित भी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगी। वह एमएससी प्रथम वर्ष वनस्पति विज्ञान की छात्रा हैं। एनएसएस की नोडल अधिकारी डॉ. सरोज ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए महाविद्यालय से दो विद्यार्थियों का प्रारंभिक चयन हुआ था। झांकी डिजाइन के चयन की एक बहुत जटिल प्रक्रिया होती है, इस वर्ष प्रारम्भ में 32 राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेशों ने प्रतिभाग किया था जिसमें से अंतिम रुप से केवल 17 राज्यों का चयन किया गया है।
इससे पूर्व उत्तराखण्ड राज्य द्वारा वर्ष 2003 में ‘फुलदेई’, वर्ष 2005 में ‘नंदाराजजात’, वर्ष 2006 में ‘फूलों की घाटी’, वर्ष 2007 में ‘कार्बेट नेशनल पार्क’, वर्ष 2009 में ‘साहसिक पर्यटन’, वर्ष 2010 में ‘कुम्भ मेला हरिद्वार’, वर्ष 2014 में ‘जड़ी बूटी’, वर्ष 2015 में ‘केदारनाथ’, वर्ष 2016 में ‘रम्माण’, वर्ष 2018 में ‘ग्रामीण पर्यटन’ तथा वर्ष 2019 में ‘अनाशक्ति आश्रम (कौसानी प्रवास एवं अनाशक्ति)’ विषयों पर आधारित झांकियों का सफल प्रदर्शन राजपथ पर किया जा चुका है।
गणतंत्र दिवस पर देहरादून में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मंगलवार को एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ परेड ग्राउंड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंच का निर्माण कार्य भी परखा। साथ ही सुरक्षा और यातायात संबंधी तैयारियां समय से पूरी किए जाने को संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। 26 जनवरी को आयोजित होने वाली रैतिक परेड में शिरकत करने वाले मेहमानों के लिए मंच आदि की जानकारी भी एसएसपी ने ली। उन्होंने सारी तैयारियां समय से पूरी करने के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा।