केदारनाथ धाम में बर्फबारी के बाद बढ़ी मुसीबतें
पैदल आने-जाने वाले मार्ग बर्फ से ढ़के
केदारनाथ में रह रहे लोगों को करना पड़ रहा है दिक्कतों का सामना
प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चोपता बर्फबारी के बाद पर्यटकों से हुआ गुलजार
रुद्रप्रयाग। दो दिनों तक लगातार हुई बर्फबारी ने पहाड़ों की सुंदरता बढ़ा दी है। बर्फबारी जहां पर्यटकों के लिये खुशी लेकर आई है। वहीं बर्फबारी से स्थानीय जनता की मुसीबतें भी बढ़ी हैं। केदारनाथ धाम में तीन फीट तक बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में रह रहे मजदूरों को बर्फबारी के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पैदल आने-जाने तक के रास्ते भी बर्फ से ढ़क चुके हैं। इतना ही नहीं केदारनाथ में सरस्वती और मंदाकिनी नदी के उपर से बर्फ जम चुकी है।
पहाड़ों में बीते दो दिनों में जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी का लुत्फ लेने के लिये भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। बर्फबारी के बाद सम्पूर्ण रुद्रप्रयाग जनपद शीतलहर की चपेट में है। रुद्रप्रयाग में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड के कारण आम जन जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों ने घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। जगह-जगह लोग ठंड से बचने के लिये आग का सहारा ले रहे हैं।
केदारनाथ धाम की बात करें तो यहां सोमवार सुबह तक बर्फबारी होती रही। तीन दिन की बर्फबारी में केदारनाथ में तीन फीट से अधिक तक बर्फ जम चुकी है। केदारपुरी में आने-जाने के सभी पैदल मार्ग बर्फ से ढ़क चुके हैं। चारों ओर बर्फ के सिवाय कुछ नहीं है। बीते तीन दिनों से केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़े हुये हैं। तापमान शून्य पर पहुंचने के कारण केदारनाथ में ठंड का भीषण प्रकोप है। नदी-नालों के उपर बर्फ जमी हुई है। जो मजदूर केदारनाथ में रह रहे हैं, उन्हें ठंड के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बर्फबारी ने रुद्रप्रयाग जिले के मिनी स्वीटजरलैंड नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता की सुंदरता पर चार चांद लगा दिये हैं। चोपता में भी जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के बाद चोपता में भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। हालांकि कुण्ड-चोपता मार्ग मक्कूबैंड के निकट अत्यधिक बर्फबारी के कारण बंद हो गया है। पर्यटक पांच किमी की दूरी पैदल करके चोपता पहुंच रहे हैं। पर्यटक जमकर बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं।