अपने ही बयान से पलटे सतपाल महाराज, कहा कुछ ऐसा..
सुशांत सिंह की नहीं जनरल रावत की याद में केदारनाथ में बनेगा सेल्फी पॉइंट..
प्रदेश सरकार ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ दिवंगत जनरल बिपिन रावत की याद में केदारनाथ में फोटोग्राफी प्वाइंट बनाने का फैसला किया है। यह बयान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा सुशांत सिंह राजपूत की याद में मंदिर में एक फोटोग्राफी बिंदु विकसित करने की योजना की घोषणा के दो दिन बाद आया है।
उत्तराखंड: प्रदेश सरकार ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ दिवंगत जनरल बिपिन रावत की याद में केदारनाथ में फोटोग्राफी प्वाइंट बनाने का फैसला किया है। यह बयान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा सुशांत सिंह राजपूत की याद में मंदिर में एक फोटोग्राफी बिंदु विकसित करने की योजना की घोषणा के दो दिन बाद आया है। महाराज ने राज्य के अधिकारियों को श्रद्धेय तीर्थ के मार्ग पर सबसे उपयुक्त स्थानों की पहचान करने के निर्देश जारी किए हैं। महाराज का कहना हैं कि “केदारनाथ क्षेत्र के करीब बहुत ही मनोरम स्थान हैं। जहां जनरल रावत की तस्वीरें लगाएंगे और यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालु चिन्हित स्थानों पर उनकी तस्वीरें क्लिक करवा सकते हैं।
उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि फोटोग्राफी प्वाइंट दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की याद में आया था। वही उनके बदलते बयान को भैरव सेना के विरोध की वजह माना जा सकता है क्यूंकि भैरव सेना के कार्यकर्ताओं ने सतपाल महाराज द्वारा सुशांत सिंह फोटोग्राफी पॉइंट का विरोध किया था। भैरव सेना ने गाँधी पार्क में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया था। वही पार्क में मौजूद कार्यकर्ताओं का कहना था की सतपाल महाराज का यह फैसला गरिमा के खिलाफ है। अभिनेता ने इस क्षेत्र में बॉलीवुड फिल्म केदारनाथ की शूटिंग की थी। वरिष्ठ मंत्री ने कहा जनरल रावत ने राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के पास अखरोट के बागान में भी बहुत योगदान दिया है और स्थानीय लोगों को रक्षा बलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है। जनरल रावत को सम्मान देकर हम भारतीय सेना का भी सम्मान करेंगे। उत्तराखंड के लगभग हर परिवार ने रक्षा बलों को एक सदस्य दिया है। 6 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में इस साल रिकॉर्ड संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है।