टाइल्स फैक्टरी मालिक के घर में बदमाशों ने परिवार के लोगों को बंधक बनाकर की डकैती..
उत्तराखंड: कोटद्वार में नकाबपोश हथियारबंद पांच बदमाशों ने देवीरोड पर टाइल्स फैक्टरी के मालिक प्रमोद प्रजापति के घर पर परिजनों को बंधक बनाकर लाखों रुपये की डकैती डाली। बदमाश लाखों के जेवर और नकदी लूटकर फरार हो गए। बदमाशों ने करीब एक घंटे तक उद्योगपति के घर का कोना-कोना खंगाला। जाते वक्त बदमाश बंधक बनाए गए परिजनों को शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दे गए।
बदमाशों के जाने के बाद परिजनों ने किसी तरह सूचना पड़ोसी और पुलिस को दी। कोतवाल से लेकर एएसपी तक वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया। कड़ाके की सर्दी के बीच शुक्रवार सुबह लोग उठ ही रहे थे, कि करीब 6:50 बजे पांच हथियारबंद बदमाश देवीरोड स्थित हरिद्वार के टाइल्स फैक्टरी के मालिक के घर की चहारदीवारी फांदकर घर में घुस गए।
बदमाशों ने उद्यमी की वृद्ध मां फुल्लो देवी, पत्नी मुनेश देवी और 15 वर्षीय बेटी मानसी को हथियारों के बल पर बंधक बना लिया और उनके मोबाइल भी छीन लिए। तीनों के हाथ पीछे बांधकर उनके मुंह पर टेप चिपका दिए। बदमाशों ने उद्यमी की मां और बेटी को एक कमरे में बंद कर दिया और पत्नी मुनेश को साथ में लेकर एक-एक कमरा खंगाला। यहां तक की उनके पहने हुए जेवर भी उतरवा लिए।
बदमाशों ने डकैती के दौरान महिलाओं से मारपीट या गाली गलौच नहीं की, बल्कि वारदात से सहमे वृद्धा समेत तीनों लोगों को गरम पानी पिलाया। एएसपी प्रदीप राय को यह बात खुद पीड़ित महिलाओं ने बताई। डकैती के दौरान बदमाश पूजाघर में रखे पैसे और उनकी बेटी मानसी के गुल्लक के सात हजार रुपये भी ले उड़े। उद्यमी प्रमोद प्रजापति की पत्नी मुनेश देवी ने बताया कि बदमाश पूजाघर के चढ़ावे की नकदी भी ले गए।
प्रमोद ने बताया कि जिस वक्त डकैती पड़ी थी, उस समय गली में दूधवाला दूध लेने के लिए आवाज देता रह गया। यही नहीं सात बजे के बाद जैसे ही पानी आया पड़ोसियों ने मोटर चलाने के लिए आवाज लगाई लेकिन न तो कोई जवाब मिला, न ही कोई बाहर निकल सका। पड़ोसियों को तक घर में डकैती की भनक नहीं लग सकी। गली में भी सामान्य रूप से लोगों की आवाजाही बनी रही।
लूटपाट की घटना के बाद बदमाशों ने शोर मचाने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। आसपास के सीसीटीवी खंगालने पर पुलिस को यह बात पता चली कि बदमाश बाइक से घटनास्थल पहुंचे और बाइक से ही फरार हुए हैं। बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस ने छह टीमें लगा दी हैं। दोपहर बाद श्रीनगर से पुलिस की फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम भी कोटद्वार पहुंच गई, जिसने घर में सभी स्थानों पर फिंगर प्रिंट और आवश्यक सबूत एकत्र किए।