अभिभावक बोले बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अगर स्कूल प्रबंधन लेगा तभी भेजेंगे स्कूल..
उत्तराखंड : अनलॉक -05 में राज्य सरकार ने स्कूल संचालक और अभिभावकों की सहमति से स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। पर निजी स्कूल संचालकों ने इस बीच अभिभावकों के समक्ष पांच शर्त रखी दी है। इनमें कोरोनाकाल में बच्चे को कुछ हो जाने पर जिम्मेदारी अभिभावक की होगी, अभिभावक स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल, स्टाफ पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराएंगे आदि शामिल हैं
इससे निजी स्कूल संचालकों की अभिभावकों के समक्ष रखी शर्त के बाद अभिभावकों में नाराजगी है। अभिभावकों ने साफ तौर पर कहा है कि स्कूल बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेंगे, उसके बाद ही भेजेंगे। अभिभावकों ने इस संबंध में शिक्षा विभाग से भी स्कूल खोलने के निर्णय को वापस लेने की मांग की है।
सोमवार को हुई स्कूल संचालक, अभिभावक और विभागीय अधिकारियों की बैठक के बाद विभाग ने सभी से राय मांगी थी। जिस पर मंगलवार को इस संबंध में नेशनल एसोसिएशन फोर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (एनएपीएसआर) ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान ने कहा कि निजी स्कूल बच्चों की किसी भी तरह से जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते, जबकि हर महीने ली जाने वाली फीस में यदि एक दिन भी देरी हो जाए तो अभिभावकों को परेशान करना शुरू कर देते है। सरकार के स्कूल खोलने के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन निजी स्कूलों की ओर से रखी शर्त के आधार पर बच्चों को स्कूल नहीं भेज सकते। कहा कि कोरोना का प्रकोप कम होने, वैक्सीन आने या स्कूल संचालक और सरकार बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने की स्थिति के बाद ही बच्चों को स्कूल भेज सकेंगे।